मुजफ़्फरनगर। मॉब लिंचिंग व बुलडोजर नीति के खिलाफ प्रदेश भर में कल हुए मजलिस द्वारा धरना प्रदर्शन के बाद मुजफ़्फरनगर में भी आज एमआईएम जिलाध्यक्ष के नेतृत्व में कलेक्ट्रेट पर विशाल धरना प्रदर्शन हुआ। मजलिस के नेताओ ने मॉब लिंचिंग के खिलाफ सख्त कानून बनाने एवं ग़ैर कानूनी तौर वाली बुलडोजर नीति को तुरंत बन्द करने की मांग वाला ज्ञापन नगर मजिस्ट्रेट को दिया ।
एमआईएम जिलाध्यक्ष मौलाना इमरान कासमी ने कहा कि उन लोगों पर कार्रवाई क्यों नहीं होती, जो लोग मॉब लिंचिंग को अंजाम देते हैं बुलडोजर उनके घरों पर क्यों नहीं चल पाता, जो मासूमों की जान ले रहे हैं, जो भीड़ बनकर कत्ल कर रहे है। जिलाध्यक्ष ने कहा कि हम जब तक चुप नहीं बैठेंगे, जब तक इस पर पाबंदी नहीं लग जाती चाहे हमे इससे बड़ा धरना जंतर-मंतर पर क्यूँ न देना पड़े।
गुलबहार मलिक एडवोकेट संयुक्त सचिव पश्चिमी उत्तर प्रदेश ने कहा कि देश हमेशा संविधान के अनुसार चलेगा जो संविधान के खिलाफ कार्य करेगा। हम हमेशा उनका विरोध करेंगे। उन्होंने कहा कि मॉब लिंचिंग देश के लिए घातक है, अपराधियों पर सख्त से सख्त कार्रवाई की जरूरत है। उन्होंने एक विशेष समुदाय पर एक तरफा बुलडोजर कार्यवाही की आलोचना करते हुए कहा कि ऐसा फैसला करने का अधिकार केवल कोर्ट को होता है, प्रशासन को नहीं, लेकिन अफसोस भेदभाव के नाम पर कार्रवाई की जा रही है, जिसका हम विरोध करते हैं।
मीरापुर विधानसभा अध्यक्ष फरमान एडवोकेट ने कहा कि सभी पार्टी चुप है तथाकथित सेक्युलर नेता मुसलमानों का वोट तो लेते हैं मगर मुसलमानों पर होने वाले अत्याचार पर चुप्पी साध लेते हैं, ये नेता बुलडोजर नीति और मॉब लिंचिंग के खिलाफ बोलना तो दूर सोचने से भी डरते है, क्योंकि इन लोगों ने सिर्फ मुस्लिमों का इस्तेमाल किया है। वो कहते है जो नेता मुस्लिमों के लिए बोलेगा, वो नुकसान उठाएगा, मुस्लिम तो वैसे भी उन्हें ही वोट देते है, लेकिन अब वक्त बदल गया है, मुस्लिम समाज जागरूक हो चुका।
इसके अलावा अन्य नेताओं दीन मौहम्मद ज़वऊऱयाब डॉ याक़ूब, सादिक अब्दुल माजिद आरिफ प्रधान चाँद शकील अब्बासी रमीज माविया शहजाद मलिक हाफिज इकराम बुलडोजर और मोब्लिंचिंग के खिलाफ बोलते हुये आक्रामक रूख अपनाया। धरना स्थल पर सैकड़ों कार्यकर्ता झंडे और नारे लिखी हुई तख्ती लेकर मौजूद रहे।