रायबरेली। कानपुर देहात के मैथा कांड को लेकर राज्यमंत्री एवं रायबरेली की प्रभारी मंत्री प्रतिभा शुक्ला ने बड़ा बयान दिया है। शुक्रवार को रायबरेली में उन्होंने कहा कि घटना में मां-बेटी की मौत का कारण जनरेटर पलटने से हुई आगजनी है, यह कोई मर्डर नहीं। देश भर में चर्चित इस घटना पर उन्होंने कहा कि विपक्ष तरह-तरह की कहानियां बना रहा है जबकि सच्चाई कुछ और ही है। उन्होंने इस बात को नकार दिया कि पुलिस-प्रशासन के लोगों ने बचाने में कोई मदद नहीं की।
महिला कल्याण मंत्री प्रतिभा शुक्ला ने पत्रकारों से कहा कि इस घटना के विषय में उनसे अच्छा कोई नहीं जानता। उन्होंने कहा कि झोपड़ी के पास ही जनरेटर रखा था जो कि झोपड़ी पर ही पलट गया और आग फैल गई। पुलिस और प्रशासन के वहां मौजूद कर्मियों ने अंदर मौजूद मां-बेटी को बचाने की कोशिश की लेकिन आग बहुत भयावह थी और किसी को बचाया नहीं जा सका। राज्यमंत्री ने कहा कि पीड़ित परिवार को पूरी मदद की जा रही है।
विपक्ष पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि इस पर कहानियां बनाई जा रही और अपने हिसाब से आरोप लगाये जा रहे हैं। राज्यमंत्री ने कहा कि जांच चल रही है और घटना का जल्द खुलासा हो जाएगा, यदि कोई दोषी होगा तो कारवाई होगी।
उल्लेखनीय है कि सोमवार को कानपुर देहात के मझौला गांव में अतिक्रमण हटाने के दौरान प्रमिला दीक्षित और उनकी बेटी नेहा की जलकर मौत हो गई थी। पुलिस और प्रशासन पर जलाकर मारने का आरोप लगाया गया था। अतिक्रमण हटाने गए उपजिलाधिकारी, प्रभारी निरीक्षक सहित कई कर्मचारियों को निलंबित कर दिया गया था। लेखपाल और जेसीबी चालक को गिरफ़्तार किया गया है।घटना के बाबत एसआईटी द्वारा जांच की जा रही है।