मुजफ्फरनगर- मतदान से ठीक एक दिन पहले एक शादी समारोह से वापस लौट रहे चरथावल के सपा विधायक पंकज मलिक के साथ थाना अध्यक्ष ने जमकर बदतमीजी की और उनकी गाड़ी रोक ली,जिसके बाद विधायक वहीं ज़मीन पर धरने पर बैठ गए। विधायक के धरने पर बैठते ही उनके समर्थक भी जुटना शुरू हो गए, इसके बाद पुलिस ने विधायक की गाड़ी को सीज कर दिया है।देर रात पुलिस ने विधायक और समर्थकों के खिलाफ मुकदमा भी दर्ज कर लिया है।
चरथावल से समाजवादी पार्टी के विधायक और मुज़फ्फरनगर लोकसभा सीट से सपा के प्रत्याशी हरेंद्र मलिक के पुत्र पंकज मलिक आज तितावी थाना क्षेत्र के ग्राम धनसनी में एक विवाह समारोह में शामिल होकर लौट रहे थे। रास्ते में एक बुजुर्ग ने हाथ देकर उनकी गाड़ी रोकी तो विधायक गाड़ी से उतरे और बुजुर्ग के चरण स्पर्श कर विधायक आगे बढ़ने लगे तो पुलिस ने उनकी गाड़ी रोक ली और उन पर चुनाव प्रचार करने का आरोप लगाया।
विधायक ने थाना प्रभारी से कहा कि शादी से लौट रहा हूं,आपने देखा है कि बुजुर्ग ने गाड़ी रोकी थी,मैंने उनको चरण स्पर्श किया और चल दिया हूं, मैंने कोई चुनाव प्रचार नहीं किया और न हीं इन बुजुर्ग से भी मतदान की अपील की है, इसके बाद पुलिस द्वारा उनसे अभद्र व्यवहार किया गया
जिस पर विधायक भड़क गए और विधायक वहीं धरने पर बैठ गए उन्होंने फेसबुक लाइव करना शुरू कर दिया। विधायक के धरने पर बैठने की सूचना मिलते ही उनके समर्थक भी मौके पर जुटना शुरू हो गए इसके बाद विधायक ने अपनी गाडी की चाबी पुलिस को दे दी और एक रिक्शा में बैठकर वहां से चल दिए बाद में पुलिस ने विधायक की गाड़ी को सीज कर दिया और गाड़ी को थाने ले गई।
पंकज मलिक ने आरोप लगाया है कि चुनाव में हार से बौखलाए भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी के इशारे पर पुलिस प्रशासन के कुछ अधिकारी चुनाव को बाधित करने का प्रयास कर रहे हैं, जिनके विषय में पूर्व में भी चुनाव आयोग और जिले के आला अधिकारियों को बता दिया गया था। उन्होंने बताया कि थाना अध्यक्ष तितावी देवेंद्र सिंह का व्यवहार पहले से भी पक्षपात पूर्ण रहा है। आज भी उनके साथ जानबूझकर बदतमीजी की गई है। उन्होंने बताया कि थाना अध्यक्ष तितावी ने उनके थाना क्षेत्र में लगे समाजवादी पार्टी के झंडों को तत्काल ही हटवा दिया जबकि सत्तारूढ़ दल के झंडे अभी भी लगे हुए हैं। विधायक ने कहा कि जब उन्होंने इस संबंध में थाना अध्यक्ष से कहा तो थाना अध्यक्ष ने स्पष्ट इनकार किया कि वह भारतीय जनता पार्टी के झंडे नहीं उतार सकते हैं।
विधायक ने आरोप लगाया है कि जिले के कुछ पुलिस अफसर चुनाव में बीजेपी प्रत्याशी की निश्चित हार को देखते हुए गुंडागर्दी पर उतर आए हैं और सत्तारूढ़ दल के प्रत्याशी के इशारे पर उनके समर्थकों के साथ निरंतर उत्पीड़न की कार्रवाई की जा रही है । उन्होंने कहा कि वह और उनके समर्थक इस तरह की उत्पीड़न की कार्यवाही से डरने वाले नहीं है और संवैधानिक तरीके से इसका कड़ा मुकाबला करेंगे और उन्हें मुजफ्फरनगर की जनता पर पूरा यकीन है कि कल मतदान के समय जनता इस गुंडागर्दी का ईवीएम का बटन दबाकर मुंहतोड़ जवाब देगी।
सीओ फुगाना रवि शंकर मिश्रा ने बताया कि विधायक चुनाव प्रचार कर रहे थे, इसलिए उनकी गाड़ी रोकी गई। उन्होंने कहा कि विधायक के साथ कोई अभद्र व्यवहार नहीं किया गया है। देर रात पुलिस ने विधायक और उनके समर्थकों के खिलाफ आचार संहिता उल्लंघन और पुलिस के कार्य में हस्तक्षेप की धाराओं में मुकदमा भी दर्ज कर लिया है। थानाध्यक्ष देवेंद्र सिंह ने बताया कि सुसंगत धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है।