नई दिल्ली। कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि मोदी सरकार को किसानों के हित की परवाह नहीं है। उन्होंने कहा कि यह सरकार अपनी सहूलियत के हिसाब से बयान बदलती रही है।
पार्टी प्रवक्ता पवन खेड़ा ने मंगलवार को पार्टी मुख्यालय में संवाददाता सम्मेलन में कहा कि नरेन्द्र मोदी ने गुजरात के मुख्यमंत्री रहते हुए न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) का समर्थन किया था और प्रधानमंत्री बनने के बाद वह इसके विरोधी हो गए। वर्ष 2014 के पहले एमएसपी को भाजपा किसानों का हक बताती थी और आज इस मुद्दे पर किसानों को दिल्ली तक नहीं आने दिया जा रहा है।
खेड़ा ने कहा कि एमएसपी और अन्य मुद्दों को लेकर प्रदर्शन कर रहे किसानों का कांग्रेस समर्थन करती है लेकिन भाजपा सरकार को किसान हितों की परवाह नहीं है। इससे पहले हुए किसान आंदोलन में 700 से ज्यादा किसान शहीद हो गए लेकिन इनके कान पर जूं तक नहीं रेंगी। अब फिर से किसान दिल्ली आना चाहते हैं तो उन्हें रास्ते में रोक दिया गया है। किसानों के एक्स एकाउंट बंद कर दिए गए हैं। मीडिया को उनकी खबर दिखाने से रोका गया है।
उल्लेखनीय है कि पंजाब धड़े के कुछ किसान संगठन एमएसपी व अन्य किसान मुद्दों को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं। किसान संगठन दिल्ली आकर प्रदर्शन करना चाहते हैं लेकिन हरियाणा पुलिस ने उन्हें सीमाओं पर रोक रखा है। हालांकि किसानों के मुद्दों को हल करने के लिए केंद्र सरकार के तीन वरिष्ठ मंत्री उनसे चार दौर की वार्ता कर चुके हैं लेकिन बात बेनतीजा रही।