कुरुक्षेत्र- हरियाणा विधानसभा चुनाव प्रचार आरंभ करते हुये प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को कांग्रेस को दलितों, अन्य पिछड़े वर्गों और आदिवासियों का ‘सबसे बड़ा’ विरोधी करार दिया।
श्री मोदी ने यहां भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की चुनावी रैली को संबोधित करते हुये आरोप लगाया कि सत्ता में आये तो कांग्रेस आरक्षण समाप्त कर देगी। उन्होंने दावा करते हुये कहा, “ जब तक मोदी है, बाबा साहब के दिये आरक्षण में रत्ती भर भी लूट नहीं होने देगा, हटाने नहीं देगा। यह मोदी की गारंटी है। ”
प्रधानमंत्री ने एक ऐतिहासिक तथ्य का जिक्र कर कांग्रेस पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि पंडित नेहरू ने काका साहब कालेलकर आयोग की रिपोर्ट की अनदेखी की, जिसका उद्देश्य ओबीसी आरक्षण को संबोधित करना था, जो उनके भविष्य को बदल सकता था।
नेहरू के बाद, जब इंदिरा गांधी सत्ता में आईं, तो उन्होंने भी ओबीसी आरक्षण रोक दिया। जब मोरारजी देसाई के नेतृत्व में जनता पार्टी की सरकार बनी, तो मंडल आयोग की स्थापना की गई। हालांकि, कांग्रेस वापस लौटी और मंडल आयोग की रिपोर्ट को ठंडे बस्ते में डाल दिया। यहां तक कि राजीव गांधी की सरकार ने भी ओबीसी आरक्षण नहीं दिया।
श्री मोदी ने कांग्रेस पर तुष्टिकरण की राजनीति करने का आरोप लगाया और कहा कि कर्नाटक में गणपति जी को भी सलाखों के पीछे डाला जा रहा है।
प्रधानमंत्री ने यह भी आरोप लगाया कि कांग्रेस जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 फिर से लाना चाहती है। यानी आतंक और अलगाव के उस कालखंड को वापस लाना चाहती है, जिसमें ‘हमारे हरियाणा के वीर जवानों’ पर पत्थर फेंके जाते थे।
प्रधानमंत्री ने हरियाणा में 24 फसलों पर न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) खरीदने का ज़िक्र करते हुये कहा कि कांग्रेस बताये कि तेलंगाना और कर्नाटक में कितनी फसलें एमएसपी पर खरीदते हैं।
श्री मोदी ने दावा किया कि हरियाणा में भाजपा सरकार आने से पहले आधे घरों में नल कनेक्शन नहीं था और अब यह
करीब-करीब शत-प्रतिशत नल से जल वाला प्रदेश बन गया है। उन्होंने कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में विकास का पैसा एक ही जिले तक सीमित रहने और चुनींदा लोगों के जेब में जाने का आरोप लगाया और दावा किया कि भाजपा ने पूरे हरियाणा को विकास की धारा से जोड़ा है।
उन्होंने राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन-तीन सरकार के बारे में कहा, “ मैंने कहा था कि पहले 100 दिनों में बड़े फैसले होंगे लेकिन सौ दिन से भी पहले 15 लाख करोड़ रुपये के नये कार्य शुरू करवा दिये हैं।”
उन्होंने कहा कि तीन करोड़ पक्के घरों को भी मंजूर किया गया है और देश में तीन करोड़ लखपति दीदी बनाने का काम शुरू हो चुका है और एक करोड़ लखपति दीदी बन चुकी हैं।