नयी दिल्ली। कांग्रेस ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की गरीब कल्याण योजना को पांच साल बढ़ाने की घोषणा कमजोर अर्थव्यवस्था तथा बढ़ती असमानता की तरफ इंगित करने के साथ ही यह भी साबित करती है कि प्रधानमंत्री को पलटी मार कर यू-टर्न लेने में महारत हासिल है।
कांग्रेस संचार विभाग के प्रभारी जयराम रमेश ने रविवार को यहां एक बयान में कहा कि प्रधानमंत्री ने घोषणा की है कि पीएम ग़रीब कल्याण योजना-पीएमजीकेवाई को अगले पांच साल तक बढ़ाया जाएगा। याद करने वाली बात यह है कि गुजरात के मुख्यमंत्री रहते हुए उन्होंने सितंबर 2013 में संसद द्वारा पारित राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम का कई बार विरोध किया था।
उन्होंने कहा “पीएमजीकेवाई और कुछ नहीं बल्कि राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम है जो पहले से ही 80 करोड़ भारतीयों को कवर करता है। यह प्रधानमंत्री के यू-टर्न का एकमात्र उदाहरण नहीं है। मनरेगा को लेकर भी उन्हें अपना स्टैंड बदलने के लिए मजबूर होना पड़ा था जो महामारी के दौरान जीवन रक्षक साबित हुई।”
कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि मोदी की ताज़ा घोषणा आर्थिक बदहाली और बढ़ती असमानता का संकेत है, जो लगातार बढ़कर ख़तरनाक स्तर पर पहुंच गई है। ज्यादातर देशवासियों की आय उस तरह से नहीं बढ़ रही है जिस तरह आवश्यक वस्तुओं की क़ीमतें आसमान छू रही हैं।