लखनऊ । लखनऊ में गोमती नगर के विभव खंड स्थित मंत्री आवास चौराहे पर पुलिस कस्टडी में मृत हुए मोहित पाण्डेय के परिजन व मोहल्ले के लोगों ने शव रखकर प्रदर्शन किया। इसके बाद मौके पर समाजवादी पार्टी की नेता पूजा शुक्ला धरने पर बैठ गयी। शव रखकर प्रदर्शन करने और पूजा शुक्ला के धरने पर बैठने की सूचना पर लखनऊ कमिश्नरेट पुलिस हरकत में आ गयी। धरने पर बैठी पूजा शुक्ला को गिरफ्तार कर लिया।
इसी बीच चिनहट थाने के लॉकअप में बंद मोहित पाण्डेय के अंतिम सांस लेने का सीसीटीवी फुटेज सामने आया। जिसे सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया गया। थाने के फुटेज में पीटे गये मोहित के लेटे होने और उसके बाद मृत हो जाने तक का पूरा वीडियो देखकर मृतक के परिजन आगबबूला हो गये। थाने में मोहित पांडेय की मौत से जुड़ा जो वीडियो सामने आया है उसमे लॉकअप में मोहित तड़पता दिख रहा है, लॉकअप में मौजूद दूसरे लोग उसकी मदद करते दिखते हैं।
उन्होंने मोहित का शव मंत्री आवास चौराहे पर रख दिया। प्रदेश सरकार और लखनऊ पुलिस के विरोध में नारेबाजी करते हुए न्याय की मांग की। माैके पर पुलिस वालाें ने उन्हें हटाना चाहा लेकिन वे नहीं माने।
बाद में भाजपा विधायक योगेश शुक्ला मोहित के घर पहुंचे और परिवार को 1 लाख की आर्थिक सहायता दी। बीकेटी विधायक योगेश शुक्ला ने उनकी बात सुनी और नौकरी, मुआवजा, कड़ी कार्रवाई की मांग को स्वीकार करते हुए प्रदर्शन समाप्त करने की बात कही। पीड़ित परिजन की ओर से दोषी पुलिसकर्मियों को सख्त से सख्त सजा दिलाने को कहा गया। विधायक योगेश ने हर सम्भव मदद करने और मोहित की मौत की जांच कराने की भी बात को मौके पर कहा।
बता दें कि इस मामले में थाना प्रभारी समेत 4 लोगों के खिलाफ मुकदमा लिखा गया है। साथ ही एसएचओ को सस्पेंड भी कर दिया गया है, इसी बीच लखनऊ पुलिस ने मोहित पाण्डेय की पोस्टमार्टम रिपोर्ट साझा की है, इसमें मौत का कारण स्पष्ट नहीं है, पुलिस कमिश्नर के मुताबिक विसरा और दिल को परिक्षण के लिए प्रीजर्व किया गया है।
इसी बीच समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव का भी मोहित पाण्डेय की मौत पर बड़ा बयान सामने आया है। अखिलेश यादव ने उत्तर प्रदेश के थानों के लॉकअप को अत्याचार गृह बताते हुए पुलिसिंग पर प्रश्न चिन्ह लगाया है। मोहित पाण्डेय की मौत की उच्च स्तरीय जांच कराने और परिजन को उचित मुआवजा देने की समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष ने मांग उठायी है।