लखनऊ। पुलिस आरक्षी भर्ती परीक्षा के तीसरे दिन रविवार को प्रदेश के 67 जिलों के 1174 केंद्रों पर संपन्न हुई। इस दौरान कोई भी अप्रिय घटना सामने नहीं आयी। तीन दिन में 25 से अधिक एफआईआर दर्ज हुई है और 36 लोग पुलिस के हत्थे चढ़े।
उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड के अध्यक्ष राजीव कृष्णा ने रविवार को बताया कि तीन दिन में 19,84,645 अभ्यर्थियों ने परीक्षा दी, जबकि 24,64,323 अभ्यर्थियों ने प्रवेश पत्र डाउनलोड किया। वहीं परीक्षा केंद्र पर चेकिंग के दौरान 318 संदिग्धों को चिन्हित किया गया। हालांकि सभी ने पेपर दिया। बोर्ड सभी संदिग्धों की स्क्रूटनी करेगा।
इसके अलावा पुलिस ने शांतिपूर्ण परीक्षा कराने के लिए तीन दिनों में 25 से अधिक एफआईआर दर्ज कीं, जबकि 36 आराेपियों को अरेस्ट किया गया। परीक्षा के तीसरे दिन दो पालियों में 6,78,767 परीक्षार्थियों ने एग्जाम दिया। इसमें पहली पाली में 3,37,647 अभ्यर्थी उपस्थित रहे जबकि 4,10,097 ने प्रवेश पत्र डाउनलोड किया था। इस पाली में 84 संदिग्ध अभ्यर्थी भी पकड़े गये। हालांकि इन्हे पेपर देने दिया गया। इन पर भर्ती बोर्ड की नजर बनी रहेगी। इसी तरह दूसरी पाली में 3,41,120 अभ्यर्थी उपस्थित रहे जबकि 4,10,053 ने प्रवेश पत्र डाउनलोड किया था। इस पाली में 101 संदिग्ध अभ्यर्थी पकड़े गये। हालांकि इन्हे पेपर देने दिया गया जबकि पेपर के बाद भी इन पर बोर्ड की नजर बनी रहेगी।
उन्होंने बताया कि दोनों पालियों में 70.67 प्रतिशत अभ्यर्थियों ने परीक्षा दी। वहीं तीसरे दिन भी परिवहन निगम की ओर से अभ्यर्थियों को फ्री बस की सुविधा उपलब्ध करायी गई। इतना नहीं प्रदेश के विभिन्न जिलों में इलेक्ट्रिक बस में भी परीक्षार्थियों को फ्री सफर की सौगात दी गयी।
उन्होंने बताया कि नकल विहीन और शांतिपूर्ण परीक्षा संपन्न कराने के लिए प्रदेश के सभी सेंटर पर चप्पे-चप्पे पर पुलिस मुस्तैद रही। परीक्षार्थियों को तीन चरणों की चेकिंग के बाद अंदर प्रवेश दिया जा रहा था। परीक्षा के तीसरे दिन पुलिस ने 12 मुकदमे दर्ज किये जबकि 14 आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा। इनमें कानपुर में तीन, झांसी, बलरामपुर और जौनपुर में दो-दो, अलीगढ़, एटा, मैनपुरी और जाैनपुर में एक-एक आरोपी दबोचा गया।