न्यूयॉर्क। अमेरिका में खालिस्तानी अलगाववादी गुरपतवंत सिंह पन्नू की हत्या की नाकाम साजिश रचने के मामले में संघीय अभियोजकों ने न्यूयॉर्क की अदालत में एक भारतीय रॉ अधिकारी विकास यादव पर हत्या की साजिश रचने और मनी लांड्रिंग के आरोप लगाए हैं। अमेरिकी जस्टिस डिपार्टमेंट ने कहा कि विकास यादव फरार है। उसके सह-षड्यंत्रकारी निखिल गुप्ता को पिछले साल प्राग में गिरफ्तार किया गया था और प्रत्यर्पण के बाद वह अमेरिकी जेल में बंद है।
विकास यादव पहले रिसर्च एंड एनालिसिस विंग (रॉ) से जुड़े हुए थे। अमेरिका ने उन पर खालिस्तानी अलगाववादी पन्नू की हत्या की कोशिश का आरोप लगाया है। अमेरिकी जस्टिस डिपार्टमेंट ने उन पर पैसे देकर हत्या की कोशिश और मनी लॉन्ड्रिंग का आरोप लगाया है। विकास यादव पर पन्नू की हत्या के लिए भारतीय नागरिक निखिल गुप्ता को हायर करने का आरोप है। अभियोग में बताया गया है कि कैसे रॉ एजेंट विकास यादव ने निखिल गुप्ता को पन्नू की हत्या की साजिश रचने के लिए हायर किया था। विकास यादव फिलहाल भारत में हैं लेकिन अमेरिकी अधिकारी उनके प्रत्यर्पण की मांग कर सकते हैं।
निखिल गुप्ता को पिछले साल जून में प्राग में गिरफ्तार किया गया था और बाद में अमेरिका में उनको प्रत्यर्पित किया गया। हालांकि निखिल ने निर्दोष होने का दावा किया था।
एफबीआई डायरेक्टर क्रिस्टोफर रे ने एक बयान में कहा कि एफबीआई अमेरिका में रहने वालों के खिलाफ हिंसा को बर्दाश्त नहीं करेगी। उनके मुताबिक ये साजिश कथित तौर पर मई 2023 में रचनी शुरू की गई थी और उस समय विकास यादव ने कथित तौर पर हत्या के लिए भारत और विदेशों में रह रहे लोगों की मदद की। उनका टारगेट गुरपतवंत सिंह पन्नू था।
इससे पहले अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर ने इसी मामले की जांच को लेकर बुधवार को संवाददाताओं से कहा कि हम भारत के सहयोग से संतुष्ट हैं। यह एक सतत प्रक्रिया है। हम सहयोग की सराहना करते हैं।