देहरादून. उत्तराखंड में 100 निकाय चुनावों के लिए आज मतदान शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हुआ। देहरादून सहित कई नगरों में वोटर लिस्ट से नाम गायब होने की शिकायतें सामने आईं। 25 जनवरी को मतगणना होगी।
उत्तराखंड निकाय चुनाव 2025 में 60% से अधिक मतदान दर्ज हुआ। 11 नगर निगमों पर राजनीतिक दलों के शीर्ष नेतृत्व की खास नजर थी, जहां सत्ताधारी भाजपा और विपक्षी कांग्रेस ने अपने-अपने उम्मीदवार मैदान में उतारे थे। हालांकि, समाजवादी पार्टी ने या तो अपने उम्मीदवारों के नामांकन वापस करवा दिए या उन्हें पार्टी के चुनाव चिन्ह ‘साइकिल’ का उपयोग करने की अनुमति नहीं दी।
नगर निकायों में सुबह 8 बजे से मतदान शुरू हुआ था और शाम 6 बजे तक प्रदेश में कुल 60 प्रतिशत से अधिक मतदान हुआ। प्रदेश के 11 नगर निगमों में मेयर पद के 72 प्रत्याशी, 91 नगर पालिका और नगर पंचायतों में 445 चेयरमैन प्रत्याशी और पार्षद/वार्ड सदस्य के 4888 प्रत्याशी चुनावी मैदान में थे। इनका भाग्य अब ईवीएम में कैद हो गया है। निर्वाचन के लिए प्रदेश में 1515 मतदान केंद्र और 3394 बूथ बनाए गए थे, जहां 30.58 लाख मतदाताओं ने वोट डाले। अब 25 जनवरी को चुनाव परिणाम की घोषणा होगी।
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27 दिसंबर से नगरीय निकाय चुनाव के लिए नामांकन पत्र खरीदने की प्रक्रिया शुरू हुई थी। 30 दिसंबर 2024 तक नामांकन पत्र खरीदे गए थे। 31 दिसंबर से 1 जनवरी, 2025 तक नामांकन पत्रों की जांच की गई थी। नामांकन पत्रों की जांच के बाद 2 जनवरी को सुबह 10 बजे से शाम 4 बजे तक नाम वापसी की प्रक्रिया चली। 3 जनवरी को चुनाव चिन्ह बांटे गए थे। सभी प्रत्याशियों ने 21 जनवरी की शाम 5 बजे तक जमकर प्रचार-प्रसार किया।