शामली। जनपद के थाना भवन में आश्रम के एक महंत के साथ स्थानीय मां- बेटों ने लाखों रुपए की ठगी की है। पीड़ित महंत बीते कई दिनों से पुलिस अधिकारियों के आरोपियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई किए जाने की मांग को लेकर चक्कर काट रहा है। वही मामला मीडिया में आने पर पुलिस ने अब मामला दर्ज किया,और आगे की कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी है। पीड़ित महंत का आरोप है। दोनों आरोपियों ने आश्रम के एक शिष्य की सरकारी नौकरी लगवाने के लिए लाखों रुपए की नगदी और एप ट्रांजैक्शन के माध्यम से ठगे है।
बता दें कि स्वामी रामनरेश दास महंत के साथ ठगी का मामला सामने आया है, जो थाना भवन थाना क्षेत्र के जाहरवीर गोगा माढ़ी मंदिर पर घटित हुआ। ठगी का आरोप विजयलक्ष्मी गर्ग, उनके बेटे मनीष गर्ग और पति श्यामलाल गर्ग पर है, जो महंत के पास काफी समय से आते-जाते थे और उनका विश्वास जीत चुके थे। उन्होंने महंत को यह विश्वास दिलाया कि वे उनके शिष्य की सरकारी नौकरी लगवा सकते हैं। इस झांसे में महंत से धीरे-धीरे रकम और सोना लिया गया, और कुल मिलाकर हजारों रुपए नगद और लाखों रुपए की ट्रांजैक्शन कर ली। इसके बाद उन्हें एक फर्जी नियुक्ति पत्र देकर नौकरी लगवाने का दावा किया गया। स्वामी रामनरेश दास महराज ने इस घटना के बारे में बताते हुए कहा कि आश्रम में भक्तों का आना-जाना लगा रहता है, और इसी का फायदा उठाते हुए ठगों ने यह ठगी की।
जानकारी के अनुसार, विजयलक्ष्मी गर्ग और उनका बेटा मनीष घर दोनों आने लगे और उन्होंने मेरे शिष्य की न्याय विभाग में सरकारी नौकरी लगवाने की बात कही जिसको लेकर उन्होंने मुकेश कुमार व हिमांशु कुमार ओर जटा शंकर गृह सचिव उत्तर प्रदेश बताकर इन नाम के नंबर में 5 लाख 98000 ट्रांसफर कराये और एक फर्जी नियुक्ति पत्र दे दिया। जब लोगों ने इसके बारे में शिकायत की तो उन लोगों ने हमें जान से मारने की धमकी दी। उक्त मामले में हम लोगों ने 8 अगस्त को शिकायत की थी। लेकिन पुलिस ने अब जाकर मामला दर्ज किया है। हालांकि, अभी तक आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं हुई है, और यह देखना बाकी है कि पुलिस कब कार्रवाई करेगी।
वही इस मामले में एसपी का कहना है कि कहा है कि नौकरी दिलाने के नाम पर पैसे लेने का मामला सामने आया है। इस संबंध में उचित धाराओं के तहत केस दर्ज किया गया है। साक्ष्यों के आधार पर जो भी आरोपी पाए जाएंगे, उनकी गिरफ्तारी की जाएगी। साथ ही, उनका आपराधिक इतिहास भी खंगाला जा रहा है।