मोरना। तीर्थनगरी शुकतीर्थ स्थित महाशक्ति सिद्धपीठ की संचालिका परम योगिनी मां राजनंदेश्वरी का रात्रि में हार्ट अटैक होने से निधन हो गया, जिसके बाद नगरी के साधु-संतों में शोक की लहर दौड़ गई तथा साधु संत समेत अनेक अनुयायी आश्रम में पहुंच गए, जहां पर उनका अंतिम संस्कार किया गया।
आश्रम के सेवक चंद्रमा ब्रहमचारी ने बताया कि बीते शुक्रवार मध्य रात्रि में परम योगिनी मां राजनंदेश्वरी के सीने में दर्द हुआ, जिसके बाद वह उन्हें मोरना के निजी अस्पताल में ले गए, जहां से उनकी हालत गंभीर देखते हुए जिला अस्पताल रेफर कर दिया जहां पर चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। शोक समाचार सुनते ही संत, महात्मा व उनके अनुयायी आश्रम में पहुंच गए।
जिला पंचायत अध्यक्ष डॉ. वीरपाल निर्वाल, भाजपा नेता यशपाल पंवार, रामकुमार शर्मा, जोगेंद्र वर्मा, महामंडलेश्वर गोपाल महाराज, बाबा कृपालदास महाराज, स्वामी विज्ञानंद महाराज, स्वामी गीतानंद महाराज आदि संत पहुंच गए। इस दौरान कुछ अनुयायी व संबंधी मां की मौत को संदिग्ध बताते हुए हंगामा करने लगे तथा पोस्टमार्टम कराने की मांग की। सूचना पर प्रभारी निरीक्षक अखिलेश कुमार पुलिस फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे तथा घटना की जानकारी की।
संत समाज ने पोस्टमार्टम कराने से मना कर दिया। एक घंटा चली गहमागहमी के बाद विधि-विधान से योगिनी मां के पार्थिव शरीर का अंतिम संस्कार किया गया। मुखाग्नि रिश्तेदार विनय त्यागी व सेवक चंद्रमा ने दी।
मेरठ के गांव माछरा निवासी जगन्नाथ त्यागी की इकलौती बेटी राज दुलारी बचपन से ही धार्मिक स्वभाव की थी। शादी के करीब दस साल बाद उन्होंने 1984 में योगीराज गुरु प्रकाशानंद महाराज से दीक्षा ले ली और दोनों वर्ष 1994 में शुकतीर्थ में आ गए तथा महाशक्ति सिद्ध पीठ व बालाजी योग अनुसंधान केंद्र बनाया।