प्रयागराज। दुनिया के सबसे बड़े आध्यात्मिक और सांस्कृतिक माघ मेला में अयोध्या में श्रीराम मंदिर निर्माण की तरह मथुरा में दिव्य और भव्य मंदिर निर्माण के लिए संगम मेला क्षेत्र में पूजा-पाठ और यज्ञ कर रहे मौनी बाबा ने क्रिया योग संस्थान के समर्थकों द्वारा उनके आश्रम में तोड़फोड़ की शिकायत दर्ज करायी है।
अमेठी स्थित परमहंस सेवा आश्रम बाबूगंज,सगरा के बालब्रह्मचारी मौनी बाबा ने रविवार को बताया कि संगम कि संगम क्षेत्र में उनके शिविर के सामने क्रिया योग का शिविर है। माघ मेला के पांच स्नान पर्व समाप्त हो गए और अब मेला क्षेत्र लगभग खाली हो गया है। आठ मार्च को महाशिवरात्रि स्नान पर्व बचा है। उस क्षेत्र में उनका ही शिविर बचा है। हाल ही में क्रिया योग के समर्थकों सहित महिला समर्थक भी उनके शिविर में पहुंचकर उनकी छवि धूमिल करने के लिए अशोभनीय क्रृत्य करने का प्रयास किया। उन्होंने बताया कि क्रियायोग संस्थान के समर्थकों द्वारा पूजा पाठ और अनुष्ठान बंद नहीं करने पर देख लेने की धमकी दी है। उनके ऊपर प्राण घातक हमला भी किया गया।
मौनी बाबा ने बताया कि देख लेने की धमकी का मतलब क्या है। ये लोग या तो मेरी हत्या करवा देंगे अथवा कूटरचित ढंग से कुछ ऐसा मामला बनाकर मेरी छवि को दागदार बनाने का प्रयास करेंगे जिससे मुझे जेल हो अथवा मै आत्महत्या कर लूं जिससे इनके खिलाफ आवाज बुंलद नहीं किया जा सके। उन्होंने आरोप लगाया है कि इस संस्थान द्वारा अनाधिकृत कब्जे के खिलाफ आवाज उठाने वाले को कई प्रकार से प्रताड़ित भी किया गया है।
उन्होंने बताया कि क्रिया योग संस्थान ने प्रयागराज में 24 अवतारों में एक ‘हंस देव तीर्थ’ क्षेत्र का अनाधिकृत अधिग्रहण किया है। उस क्षेत्र को खाली कराने के लिए पिछले दिनों एक सम्मेलन आयोजित किया गया था। मौनी बाबा ने बताया कि सम्मेलन में उन्होंने भी हिस्सा लिया था और उसे अनािधकृत रूप से अधिग्रहीत क्षेत्र को खाली कराने का समर्थन किया था। उसी के बाद से उन्हें कई दिनों से प्रताड़ित किया जा रहा है। उन्हें जान का खतरा बना हुआ है।
मौनी महराज ने बताया कि उनके साथ अन्य कुछ लोगों ने भी ‘‘हंस देव तीर्थ क्षेत्र’ को खाली कराने का समर्थन किया था। उनमें कई लोगों के खिलाफ कूटरचित मुकदमा लिखवाया गया और कुछ लोगों को जेल भी भिजवाया गया है।
इस सिलिसले में उन्होंने माघ मेला अधिकारी, कमिश्नर, डीआईजी और माघ मेला में अस्थायी तौर पर स्थापित किए गये थाना प्रभारी प्राचीन गंगा को भी मामले की लिखित सूचना दिया है।
गौरतलब है कि प्रयागराज के झूंसी में बने पौराणिक महत्व के हंस देव तीर्थ क्षेत्र पर क्रिया योग आश्रम के संचालक योगी सत्यम पर अवैध रूप से काबिज होने का आरोप लगा है। प्रयागराज का यह ऐतिहासिक धार्मिक और पुरातात्विक स्थल है जिसके बारे में मान्यता है की जहां ब्रह्मा के मानस पुत्रों की कुछ जिज्ञासाओं को शांत करने के लिए स्वयं भगवान विष्णु ने हंस रूप में अवतार लिया था और उन सबको ज्ञान दिया था। पुराणों के अनुसार इस हंस तीर्थ क्षेत्र में ही भगवान विष्णु का 24वां अवतार हुआ था। इसका जिक्र भागवत पुराण में भी है।