नयी दिल्ली। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने कहा है कि प्रौद्योगिकी प्रगति के साथ साथ समाज में व्यवधान भी पैदा करती है इसलिए हाशिए पर रहने वाले समूहों पर इसके प्रभाव के बारे में चिंता करना जरूरी है। राष्ट्रपति मुर्मु ने शनिवार को झारखंड के रांची में बिरला प्रौद्योगिकी संस्थान मेसरा के प्लेटिनम जुबली समारोह में भाग लिया।
महाकुंभ पर भ्रामक वीडियो-फोटो पोस्ट करने के आरोप, 75 सोशल मीडिया अकाउंट्स पर हुई कार्रवाई
राष्ट्रपति ने इस अवसर पर कहा कि यह प्रौद्योगिकी का युग है। सूचना प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में नई प्रगति ने जीने के तरीके को बदल दिया है। कल तक जो अकल्पनीय था, वह आज वास्तविकता बन गया है। उन्होंने कहा कि आने वाले वर्ष और भी अधिक नाटकीय होने जा रहे हैं, जिसमें विशेष रूप से आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) और मशीन लर्निंग में दूरगामी प्रगति की उम्मीद है। चूंकि एआई तेजी से अर्थव्यवस्थाओं को बदल रहा है, इसलिए सरकार उभरते परिदृश्य के अनुरूप कदम उठा रही है। उच्च शिक्षा संस्थानों में एआई को एकीकृत करने के लिए कई पहल की जा रही हैं।
अपर्णा यादव ने अनुभव सिंह बस्सी के खिलाफ डीजीपी को चिट्ठी, शो पर रोक लगाने की मांग
राष्ट्रपति ने कहा कि चूंकि प्रौद्योगिकी समाज में बड़े व्यवधान पैदा करती है, इसलिए हमें हाशिए पर पड़े समूहों पर इसके प्रभाव के बारे में चिंतित रहना चाहिए। अच्छे अवसर सभी के लिए उपलब्ध होने चाहिए और बदलाव का लाभ सभी को मिलना चाहिए। राष्ट्रपति ने कहा कि अक्सर, हमारे आस-पास की समस्याओं के लिए किसी बड़े तकनीकी हस्तक्षेप की आवश्यकता नहीं होती है। उन्होंने युवाओं को छोटे पैमाने के पारंपरिक समाधानों के महत्व को न भूलने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि नवोन्मेषकों और उद्यमियों को पारंपरिक समुदायों के ज्ञान के आधार को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए।
राष्ट्रपति ने कहा कि प्लेटिनम जुबली, इंजीनियरिंग, प्रौद्योगिकी और संबद्ध क्षेत्रों में शिक्षा, अनुसंधान और नवाचार में बीआईटी मेसरा के योगदान का सम्मान करने का यह एक उपयुक्त अवसर है। उन्होंने कहा कि यह खुशी की बात है कि यह संस्थान कई क्षेत्रों में अग्रणी रहा है। देश में पहला अंतरिक्ष इंजीनियरिंग और रॉकेटरी विभाग 1964 में यहीं स्थापित किया गया था। इंजीनियरिंग उद्यमिता को बढ़ावा देने के लिए सबसे पहले विज्ञान और प्रौद्योगिकी उद्यमिता पार्क की स्थापना भी 1975 में यहीं की गई थी। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि बीआईटी मेसरा देश में विज्ञान और प्रौद्योगिकी के निरंतर विकास में समृद्ध योगदान देना जारी रखेगा।