मुजफ्फरनगर। जनपद में जिला अस्पताल में सखी वन स्टाप सेंटर से कर्मचारियों को चकमा देकर अनुसूचित जाति की एक किशोरी फरार हो गई। काफी तलाशने पर भी किशोरी मिल नहीं पाई। उसे तलाश किया जा रहा है। एसएसपी ने इस मामले में खतौली कोतवाली में तैनात एक महिला सिपाही की लापरवाही मानते हुए उसे निलंबित कर दिया है। पूरे मामले की विभागीय जांच भी शुरू कराई है।
खतौली कोतवाली क्षेत्र के एक गांव में रहने वाली किशोरी प्रेम-प्रसंग में पड़ौसी गांव निवासी अपने प्रेमी के साथ चार जनवरी को चली गई थी। परिजनों ने युवक के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था। 23 अप्रैल को खतौली पुलिस ने आरोपी युवक के चाचा के घर से किशोरी को बरामद किया था। इस दौरान पुलिस को युवक नहीं मिल पाया था।
वहीं, पूरे मामले की जांच सीओ खतौली यतेंद्र नागर कर रहे थे। उन्होंने बताया कि पूछताछ में किशोरी ने बताया था कि उसने प्रेमी संग पहले तो आर्य समाज में शादी की और बाद में शादी का रजिस्ट्रेशन भी मेरठ से करा लिया था। इसके बाद पुलिस ने आगे की कार्रवाई शुरू कर किशोरी को मुजफ्फरनगर जिला अस्पताल में बने सखी वन स्टाप सेंटर पर 23 अप्रैल को भेज दिया था। वहां खतौली कोतवाली से एक महिला सिपाही की भी डयूटी लगाई थी। किशोरी ने अपना आतंरिक मेडिकल कराने से इंकार कर दिया था। किशोरी के 161 के बयान भी दर्ज कर लिए गए थे।
बताया गया कि बृहस्पतिवार को उसकी आयु का मेडिकल कराना था। बुधवार रात में खतौली कोतवाली में तैनात महिला सिपाही अमृत कौर की डयूटी थी। उसे बृहस्पतिवार सुबह 10 बजे तक रहना था। वह बुधवार रात में वहां से बिना बताए कहीं चली गई थी। आज सुबह लगभग नौ बजे किशोरी सखी वन स्टाप सेंटर से कर्मचारियों को चकमा देकर फरार हो गई। यह जानकारी अधिकारियों को मिली तो किशोरी की तलाश शुरू की गई।
सीओ खतौली ने बताया कि इस मामले में पूरी रिपोर्ट बनाकर एसएसपी को भेजी गई है। इस संबंध में एसएसपी अभिषेक सिंह ने बताया कि लापरवाही के चलते खतौली कोतवाली की महिला सिपाही को निलंबित कर दिया गया है। पूरे मामले की विभागीय जांच शुरू कराई है।