इस संसार में अनेक व्यक्ति ऐसे भी हैं जो अपने अन्दर अनेक विलक्षणताओं को समेटे होते हैं। इनमें से अधिकांश ऐसे होते हैं जो अपने अन्दर की विशेषताओं से अनभिज्ञ जीवनयापन करते हुए अपनी जीवन-यात्रा पूरी कर लेते हैं परन्तु कुछ अपने व्यक्तित्व की विचित्र विशेषता के कारण लोगों के आकर्षण का केन्द्र बनकर प्रसिद्ध हो जाते हैं। ऐसे ही व्यक्तियों के कुछ रोचक तथ्य प्रस्तुत हैं।
इटली के पास सिसली द्वीप के एक परिवार में एक विलक्षण बालक पैदा हुआ जिसके तीन पैर थे। शिशु का नाम फ्रांसिसे रखा गया। छह वर्ष की उम्र तक फ्रांसिसे तीनों पैरों पर चल-फिर, उछल-कूद और भाग सकता था परन्तु उसके बाद उसके सामान्य पैर तीसरे पैर की अपेक्षा अधिक तेजी से बढऩे लगे और अधिक लंबे हो गये। अब उसका तीसरा पैर उसके शेष दोनों पैरों की अपेक्षा तीन इंच छोटा था।
फ्रांसिसे अपने तीसरे पैर को स्वतंत्र रूप से हिला-डुला सकता था एवं उससे फुटबाल भी खेल सकता था। वह सर्कस में भरती हो गया। उसका तीन पैरों का फुटबाल का खेल सर्कस के प्रमुख आकर्षणों में से एक था। फ्रांसिसे ने शादी की और उसके घर स्वस्थ बच्चों का जन्म हुआ। पचहत्तर वर्ष की उम्र में उसकी मृत्यु हुई।
लौरिकेप के शरीर में बिजली एकत्रित होती थी। वह जब किसी बल्ब को अपने हाथ में पकड़ता तो बल्ब जल उठता था। इलेक्ट्रिक ओवन या पंखे के तार उसके शरीर के किसी भी भाग से स्पर्श होते ही चलने लग जाते थे। उसकी अंगुलियों के छूने मात्र से कागज या रबड़ जलने लगता था।
उसके इन कारनामों में सबसे मुख्य यह थी कि वह अपनी इच्छानुसार जब चाहता, अपने शरीर की बिजली को रोक अथवा चालू कर सकता था। अपने मित्र की शादी में एक बार वह शरीक हुआ। रात के समय में एकाएक बिजली चली गयी। जैनरेटर चालू हो, उससे पहले ही वह मंडप पर चढ़ गया और वहां के तारों को अपने दोनों हाथों से पकड़ लिया। देखते ही देखते मण्डप की सारी बत्तियां जल उठी।
महिलाओं का सामान्य कद प्राय: पांच से साढ़े पांच फुट के मध्य होता है किन्तु लंदन की जेनी नाम की एक लड़की सिर्फ ग्यारह वर्ष की आयु में साढ़े छह फुट लंबी थी। मृत्यु के समय उसका कद सात फुट सवा ग्यारह इंच था। इसके विपरीत लंदन की ही एक लड़की पनीला की लम्बाई इक्कीस वर्ष की उम्र में भी 23.2 इंच ही थी। वह दो योनि वाली महिला थी। जन्म होते ही मां-बाप ने उसे अफ्रीका के घने जंगल में छोड़ दिया था। एक हाथी ने उठाकर रात के अंधेरे में पास के एक बस्ती में छोड़ दिया। उस बच्ची का लालन-पालन एक मछुआरे के घर पर हुआ।
देखने में रूपवती उस युवती के रहस्य को सिर्फ उसके पालनहार और वह स्वयं समझती थी। उसका विवाह एक खूबसूरत युवक के साथ हुआ। युवक को जब अपनी पत्नी की विशेषता मालूम पड़ी तो वह घबरा गया किन्तु बाद में पता चला कि जंघा पर स्थित पत्नी की योनि सिर्फ मूत्र त्याग के लिये ही है। दूसरी योनि कामवासना की शान्ति के लिए थी। इसका विवरण हवाट् इज लेडीज’ नामक पुस्तक में विस्तार से मिलता है।
इटली की पेनिसा नामक महिला रबड़ की गुडिय़ा जैसी थी। ऊंचे स्थान से गिरने पर वह गेंद के समान उछला करती थी लेकिन उसे कभी भी चोट नहीं लगी। स्वीडन की राजधानी स्टाकहोम की एक महिला की गर्दन मादा जिराफ की गर्दन की तरह बत्तीस इंच लंबी थी। रोम की एक नर्तकी के गले से अंधेरे में लाल रंग का प्रकाश निकलता था।
अफ्रीका की एक महिला की आंखों से रात में नीला धुंआ निकलता था। इसी प्रकार स्वीडन की एक महिला के तीन स्तन थे। दोनों स्तनों के ठीक बीचों बीच कुछ नीचे की ओर के स्तन से गाय की तरह नित्य प्रति एक लिटर दूध निकला करता था। यह क्रम उसकी अविवाहित अवस्था से ही था।
अफ्रीका की एक महिला की आंखों से रात में नीला धुंआ निकलता था। इसी प्रकार स्वीडन की एक महिला के तीन स्तन थे। दोनों स्तनों के ठीक बीचों बीच कुछ नीचे की ओर के स्तन से गाय की तरह नित्य प्रति एक लिटर दूध निकला करता था। यह क्रम उसकी अविवाहित अवस्था से ही था।
प्रकृति माता के गर्भ से उपजे ऐसे विलक्षण तथ्य अनेक हैं। वैज्ञानिक अन्वेषण भी इस तरह के रहस्यों से पर्दा उठाने में असफल रहा है। कुछ वैज्ञानिक इन तथ्यों को विकृत अवस्था कहकर स्वयं को संतोष प्रदान कर लेते हैं।
-परमानंद परम
-परमानंद परम