भुवनेश्वर। ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने गुरुवार को स्पष्ट कर दिया कि वह तीसरे मोर्चे या गैर-भाजपा दलों के साझा राजनीतिक मंच में शामिल नहीं होंगे। सीएम पटनायक ने यह भी कहा कि बीजू जनता दल (बीजद) अगले साल होने वाले अगले विधानसभा चुनाव और लोकसभा चुनाव अकेले लड़ेगी। मुख्यमंत्री ने गुरुवार दोपहर दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात के बाद मीडियाकर्मियों से यह बात कही।
पटनायक के नेतृत्व वाली बीजद भाजपा और कांग्रेस दोनों से समान दूरी बनाए हुए है। इसलिए, जब पत्रकारों ने उनसे पूछा कि क्या बीजद के तीसरे मोर्चे में शामिल होने की कोई संभावना है। इस पर सीएम ने जवाब दिया कि नहीं, जहां तक मेरा संबंध है नहीं, अभी नहीं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ अपनी मुलाकात पर सीएम पटनायक ने कहा कि उन्होंने ओडिशा की मांगों से संबंधित मुद्दों पर चर्चा की है, न कि किसी राजनीतिक मामले पर।
सीएम ने कहा कि हमारी चर्चा मुख्य रूप से ओडिशा की मांगों से संबंधित थी। मैंने प्रधानमंत्री से पुरी में प्रस्तावित जगन्नाथ अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के बारे में बात की, जिसके लिए सीमा पहले ही निर्धारित की जा चुकी है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हम विस्तार चाहते हैं क्योंकि भुवनेश्वर हवाई अड्डे पर बहुत अधिक ट्रैफिक है। प्रधानमंत्री ने कहा कि वह निश्चित रूप से हर संभव मदद करेंगे।
सीएम पटनायक ने अपने दिल्ली दौरे के दौरान अन्य राजनीतिक नेताओं से किसी भी तरह की मुलाकात से इनकार किया है।
बुधवार को बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मुलाकात के बाद पटनायक का तीसरे मोर्चे में शामिल होने से इंकार करना अहम हो गया है। उन्होंने मार्च में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से भी बातचीत की थी।
साल 2009 में बीजद-भाजपा गठबंधन सरकार के टूटने के बाद, नवीन पटनायक के नेतृत्व वाली बीजद ने भाजपा और कांग्रेस दोनों से समान दूरी बनाए रखी। साथ ही, बीजद ने राष्ट्रीय राजनीति में शामिल होने के लिए ज्यादा दिलचस्पी नहीं दिखाई है। क्षेत्रीय पार्टी का कहना है कि उसका ध्यान ओडिशा और उसके लोगों के हितों पर है।