नई दिल्ली। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने बुधवार सुबह छह राज्यों में 55 से ज्यादा स्थानों पर छापेमारी शुरू की। पंजाब के फिरोजपुर से सूचीबद्ध आतंकवादी अर्शदीप डल्ला के करीबी सहयोगी जोन्स उर्फ जोरा नाम के एक व्यक्ति को हिरासत में लिया गया है।
एनआईए की एक टीम दिल्ली में यादविंदर उर्फ जशनप्रीत के घर भी पहुंची है। बताया जाता है कि उनके बैंक खातों में विदेश से किए गए संदिग्ध लेनदेन थे। इस संबंध में उससे पूछताछ की जा रही है।
लॉरेंस बिश्नोई, बंबीहा और अर्शदीप डल्ला गिरोह के सहयोगियों से संबंधित परिसरों पर तीन अलग-अलग मामलों में छापेमारी की जा रही है। दो मामले 2022 में दर्ज किए गए, जबकि एक इस साल दर्ज किया गया है।
राजस्थान में 13 स्थानों, पंजाब में 30, हरियाणा में 10 और दिल्ली में दो स्थानों पर छोपमारी की जा रही है। उत्तर प्रदेश में भी कुछ स्थानों पर तलाशी ली जा रही है।
सूत्रों ने कहा है कि सूचीबद्ध आतंकवादी डल्ला कथित तौर पर खालिस्तान टाइगर फोर्स (केटीएफ) का संचालन कर रहा है। वह पाकिस्तान से भारत में ड्रग्स और हथियारों की आपूर्ति का प्रबंधन कर रहा है। वह भारत में राष्ट्रविरोधी गतिविधियों को अंजाम देने में अपने सहयोगियों की मदद भी कर रहा है।
डल्ला का एक विशाल नेटवर्क है जिसे वह भारत के भीतर और बाहर दोनों जगह चलाता है। हालाँकि उसके सहयोगी सलाखों के पीछे हैं, फिर भी वे जबरन वसूली में शामिल हैं। जबरन वसूली से प्राप्त धन को या तो विदेशों में भेजा जाता है या पाकिस्तान से हथियार, आईईडी और ड्रग्स खरीदने के लिए उपयोग किया जाता है।
सूत्रों ने यह भी बताया कि सनी डागर, जगसीर सिंह, हरप्रीत शर्मा कुछ ऐसे साथी हैं जो पाकिस्तान जाकर हथियार इकट्ठा करते हैं। गैंगस्टर नीरज डबास के करीबी सहयोगी, जिसका अब कौशल चौधरी, सनी डागर से भी संबंध है, को न केवल हथियार हासिल करने की जिम्मेदारी दी गई है, बल्कि सोशल मीडिया प्लेटफार्मों के माध्यम से धन उगाही की भी जिम्मेदारी दी गई है।
भारत में रहने वाले डल्ला के सहयोगियों को मनी ट्रांसफर सेवा योजनाओं के माध्यम से भुगतान किया जा रहा है। अपने भारतीय सहयोगियों को भुगतान सुनिश्चित करने की जिम्मेदारी सुखप्रीत सिंह को दी गई है। डल्ला के सिंडिकेट की विदेशों में भी मजबूत उपस्थिति है।
सूत्रों ने कहा कि डल्ला के कई सहयोगी कनाडा, अमेरिका, दुबई और थाईलैंड से निर्देश दे रहे हैं, पैसे भेज रहे हैं, राष्ट्र-विरोधी एजेंडे को बढ़ावा दे रहे हैं और भारत के खिलाफ भयावह साजिश रच रहे हैं।
सूत्रों के मुताबिक, डल्ला के विदेशी सहयोगियों की पहचान लक्की पटियाल (बंबीहा गैंग चलाने वाला); सुखदूल सिंह (रसद की व्यवस्था करने वाला); दलेर सिंह कोटिया (गैंगस्टरों के संपर्क में रहने वाला); गुरपिंदर सिंह (दल्ला का भाई); दिनेश शर्मा (गुरुग्राम का निवासी लेकिन अब दुबई में रहता है और फाइनेंसिंग का काम देखता है); तथा नीरज उर्फ पंडित, जो थाईलैंड में रहता है, के रूप में हुई है।
अब यह भी पुष्टि हो गई है कि अर्शदीप डल्ला लक्षित हत्याओं और मोहाली में पंजाब पुलिस के खुफिया मुख्यालय पर हमलों में शामिल रहा है। वह अन्य खूंखार गैंगस्टरों लखविंदर सिंह लांडा और हरविंदर सिंह रिंदा के भी संपर्क में रहा है, जिन्हें एनआईए ने भी आतंकवादी बताया है।
सूत्रों ने बताया कि भारत के भीतर नवीन डबास, अमित डागर, कौशल चौधरी, छोटू बाथ, आसिफ खान, जगसीर सिंह और टिल्लू ताजपुरिया गिरोह जैसे गैंगस्टरों द्वारा जबरन वसूली की गतिविधियां की जाती हैं। छापेमारी बुधवार सुबह शुरू हुई और अभी भी जारी है। फिलहाल एनआईए ने इस मामले पर आधिकारिक तौर पर कोई टिप्पणी नहीं की है।