नई दिल्ली। साहिल गहलोत द्वारा 23 वर्षीय निक्की यादव की हत्या के मामले की जांच कर रहे जांचकर्ताओं ने पाया है कि साहिल के पिता वीरेंद्र सिंह कथित तौर पर 25 साल पहले एक हत्या के मामले में शामिल थे।
सूत्रों ने दावा किया कि आपराधिक रिकॉर्ड की जांच और पूछताछ के दौरान यह पाया गया कि 1997 में एक भूमि विवाद में वीरेंद्र सिंह को एक व्यक्ति की पिटाई करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। शख्स ने गंभीर चोटों के चलते दम तोड़ दिया था।
सूत्रों ने कहा, वीरेंद्र को सत्र न्यायालय ने 2001 में दोषी ठहराया था, लेकिन बाद में उसने दिल्ली हाई कोर्ट में अपील की और उसे बरी कर दिया गया।
निक्की यादव का शव 14 फरवरी को दिल्ली के बाहरी इलाके मित्रांव गांव में साहिल के ढाबे के फ्रिज में मिला था। उसने 10 फरवरी को उसकी हत्या कर दी थी और उसी दिन दूसरी शादी कर ली।
पुलिस ने निक्की से छुटकारा पाने और दूसरी लड़की से शादी करने की साजिश रचने के आरोप में साहिल के पिता, उसके दो चचेरे भाई आशीष और नवीन और दो दोस्तों, अमर और लोकेश को भी गिरफ्तार किया है।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी के अनुसार, मुख्य आरोपी, साहिल गहलोत से पुलिस हिरासत के दौरान लंबी पूछताछ की गई और खुलासा किया कि निक्की उसे किसी और से शादी करने से मना कर रही थी क्योंकि वे पहले ही 2020 में शादी कर चुके थे।
अधिकारी ने कहा, वह 10 फरवरी को साहिल से शादी नहीं करने की गुहार लगा रही थी। हालांकि, साहिल ने अपने पिता, दो चचेरे भाइयों और दो दोस्तों के साथ मिलकर हत्या की साजिश रची और मृतक को अपने रास्ते से हटाने की योजना बनाई।
अधिकारी ने कहा, साहिल ने हत्या की योजना को अंजाम दिया और उसी दिन अन्य सह-आरोपियों को इसके बारे में सूचित किया और फिर वे सभी शादी समारोह में हिस्सा लेने पहुंच गए।