हमीरपुर – उत्तर प्रदेश के कबीना मंत्री संजय निषाद ने गुरूवार को कहा कि उनकी पार्टी के 12 विधायक समाज के उत्थान के लिये विधानसभा में वकालत करते है। दल के पास भाड़े के वकील नहीं बल्कि अखाड़े के वकील है।
श्री निषाद ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि भाजपा सरकार के नौ साल बेमिसाल के साथ साथ निषाद पार्टी का काम भी वेमिसाल है। बर्तमान सरकार की लक्षित नीतियों और अंतिम व्यक्तियों तक पहुंच के कारण के ही योजनाओं का शत प्रतिशत लाभ मिल रहा है।
मछुवा क्रेडिट कार्ड में बैंको के असहयोग करने के प्रश्न के जवाब में कहा कि इस मामले की रिपोर्ट आने के बाद संबंधित अधिकारी के खिलाफ कार्यवाही की जायेगी। नदियोें के जल क्षेत्र में सहकारी समितियों के बनाये जाने के मामले में कैबिनेट मंत्री ने कहा कि नये शासनादेश में समिति बनाये जाने की व्यवस्था की गयी है। शीघ्र ही लागू किया जायेगा।
नदियों के जल प्रदूषित होने पर आने वाले मछलियों के संकट के बारे में कहा कि इस मामले में वह पूरी तरह नजर रखे हुये है। समय समय पर जल की जांच होती है। शीघ्र ही ई लाइब्रेरी की व्यवस्था शासन स्तर पर की जायेगी ताकि ग्रामीण क्षेत्र के मछुवा समुदाय के गरीब बच्चे घर बैठे मोबाइल में ही तकनीकी शिक्षा की जानकारी ले सके।
उन्होने कहा कि प्रदेश में मत्स्य पालक कल्याण कोष योजना में 25 करोड़ रुपये का बजट का प्राविधान किया गया है जिसमे मछुवारों को ढेर सारी योजनाओं का लाभ मिलेगा। उन्होने कहा कि निषाद बिरादरी का स्वतंत्रता आन्दोलन में बहुत योगदान है,अंग्रेजों ने स्वतंत्रती की लडाई में करवल में 167 निषादों को फांसी पर चढ़ा कर हत्या कर दी थी,मगर निषादों ने किसी तरह अंग्रेंजो के सामने हार नही मानी थी।
इस मौके पर निषाद पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि निषाद जाति के लोग सबसे पहले अपने पूर्वजो के जीवन का अध्ययन करे तभी उनका विकास हो पायेगा। पूर्वजों ने भगवान राम को नदी से पार लगाया था मगर निषाद विरादरी के लोग वही के वही है उनका विकास अब धीरे धीरे हो रहा है।