वाराणसी। महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ परिसर में सुबह-शाम टहलने पर शुल्क नहीं लगेगा। विद्यापीठ प्रशासन ने पॉच सौ रूपया प्रतिमाह फीस लगाने का फैसला वापस ले लिया है। शुल्क लगाने के फैसले को लेकर लोगों में नाराजगी भी बढ़ रही थी।
गुरूवार को कुलानुशासक प्रो. अमिता सिंह ने बताया कि काशी की जनता की मांग को देखते हुए 500 रुपये मासिक शुल्क का निर्णय निरस्त कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि परिसर में टहलने वालों को परिचय पत्र बनवाने की अनिवार्यता लागू रहेगी। इसके लिए उन्हें 100 रुपये देना होगा।
छह जून को चीफ प्राक्टर प्रो. अमिता सिंह ने परिसर में सुरक्षा का हवाला देकर टहलने के लिए पॉच सौ रूपये शुल्क लगाने का फैसला लिया था। इसको लेकर विद्यापीठ परिसर में सुबह-शाम टहलने वालों के साथ शहर में भी लोगों में आक्रोश बढ़ने लगा था। लोगों ने विवि प्रशासन के फैसले को गलत ठहराना शुरू कर दिया। इसके बाद विश्वविद्यालय प्रशासन को शुल्क लगाने का फैसला वापस लेना पड़ा।
अब परिसर में सुबह और शाम टहलने वाले नागरिकों को केवल परिचय पत्र बनवाना होगा। परिचय पत्र बनवाने के लिए उनसे 100 रुपये की धनराशि ली जाएगी। इसके लिए आधार कार्ड एवं निवास प्रमाण पत्र की छायाप्रति, नवीनतम पासपोर्ट फोटो की एक प्रति के साथ शुल्क कुलानुशासक कार्यालय में जमा करना होगा।