पटना। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोमवार को आरोप लगाया कि पिछली सरकार में राष्ट्रीय जनता दल भ्रष्ट आचरण में लिप्त थी। उन्होंने कहा कि एनडीए सरकार इसकी जांच कराएगी।
बिहार विधानसभा में नीतीश कुमार ने कहा कि शिक्षकों की नियुक्ति का फैसला तो तब हो चुका था, जब भाजपा और जदयू की सरकार थी। जब राजद के साथ सरकार बनी तब राजद ने जबरदस्ती शिक्षा विभाग लिया था, लेकिन वे लोग शिक्षा विभाग में काम करने के बजाय सारे काम को रोक रहे थे। इससे पहले भी जब महागठबंधन की सरकार बनी थी तब उस समय कांग्रेस के पास शिक्षा विभाग हुआ करता था, लेकिन कांग्रेस ने गड़बड़ी नहीं की थी। राजद ने गड़बड़ किया।
नीतीश कुमार ने विश्वास प्रस्ताव पर चर्चा में भाग लेते हुए कहा कि राजद के शासनकाल को भी याद करना चाहिए। कोई कानून-व्यवस्था नहीं थी। 2005 से पहले राजद अपने शासनकाल के दौरान भ्रष्ट आचरण में लिप्त था, मैं इसकी जांच कराऊंगा।
उन्होंने कहा कि 2005 में मेरे सत्ता में आऩे से पहले तेजस्वी के पिता और मां को 15 साल तक काम करने का मौका मिला तो क्या होता था बिहार में। शाम में कोई भी आदमी घर से बाहर नहीं निकलता था, अब 11-12 बजे रात तक महिलाएं घूमती हैं।