मोरना। सहकारी गन्ना विकास समिति लि. मोरना में डेलीगेट के लिये होने वाले चुनाव के लिये नामांकन का कार्य जारी है। वहीं सोमवार को दो प्रत्याशियों के नामांकन रद्द किए जाने के बाद हंगामा खड़ा हो गया। नामांकन रद्द करने वालों पर सांठगांठ के आरोप लगाते हुए ग्रामीणों ने जिलाधिकारी से कार्रवाई की मांग की है।
मोरना चीनी मिल परिसर में स्थित गन्ना समिति के कार्यालय पर प्रदर्शन कर रहे गांव ढांसरी निवासी इंतजार व अकरम ने बताया कि उनके गांव से दो डेलीगेट पद के लिये चुनाव होना है, जिसके लिये इंतजार व अकरम सहित चार व्यक्तियों ने नामांकन किया था। इंतजार व अकरम के नामांकन को रद्द कर दिया गया, जिसके बाद शेष दो प्रत्याशियों का निर्विरोध निर्वाचित होना तय है।
इंतजार व अकरम ने बताया कि उनपर समिति का कर्ज बकाया बताकर नामांकन रद्द किया गया है। उन्होंने समिति से कभी कोई कर्ज नही लिया है। दोनो के पास समिति के नो ड्यूज़ लेटर हैं।सांठगांठ के चलते उनके नामांकन को रद्द किया गया है। ग्रामीण अफसर अली, यूनुस, मौ. नबी, एजाजुल हसन, मुरसलीन, शहंशाह, सद्दाम, मेहरबान, शहज़ाद, अमीरा आदि ने नामांकन में धार्मिक पक्षपात का आरोप लगाते हुए प्रदर्शन किया व जिलाधिकारी से चुनाव रद्द करने व निष्पक्ष चुनाव कराने की मांग की है।
क्या कहते हैं अधिकारी-चुनाव अधिकारी गौरव कुमार ने बताया कि समिति कार्यालय द्वारा उन्हें बताया गया कि दोनों किसानों पर समिति का कर्ज बकाया है। किसी त्रुटिवंश दोनों की नोड्यूज लेटर जारी हो गया। बीते 28 सितम्बर को चस्पा की गई लिस्ट का अवलोकन इन दोनों को करना चाहिये था, तभी वह कोई जांच अथवा सहायता कर सकते थे। नो ड्यूज़ लेटर समिति द्वारा जारी किया था और समिति ने ही उसमें त्रुटि बताई है।
निर्वाचन अधिकारी गौरव कुमार ने बताया कि सोमवार को नामांकन वापस लेने का कार्य हुआ है। 184 नामांकन में से दोपहर तक 6 नामांकन वापस लिये गये हैं।90 डेलीगेट्स के लिये आगामी 3 अक्तूबर को चुनाव होगा।