मुजफ्फरनगर-केंद्रीय व प्रदेश स्तर पर भारतीय जनता पार्टी 2024 के लोकसभा चुनाव की तैयारी के लिए जोर-शोर से जुटी हुई है लेकिन मुजफ्फरनगर में संगठन में बिखराव बढ़ता जा रहा है। संगठन को प्राथमिकता देने वाली पार्टी में अब संगठन महत्वपूर्ण नेताओं की भी अनदेखी कर रहा है, जिसको लेकर बड़े नेताओं में नाराजगी बढ़ती जा रही है।
भारतीय जनता पार्टी में पिछले महीने पूर्व जिला अध्यक्ष सुधीर सैनी को एक बार फिर जिला अध्यक्ष बनाया गया है। सुधीर सैनी को जिला अध्यक्ष बनाने में केंद्रीय मंत्री और मुजफ्फरनगर के सांसद डॉक्टर संजीव बालियान की एकमात्र भूमिका मानी जाती है। पार्टी में बाकी सभी नेता संघ के वरिष्ठ पदाधिकारी प्रेमजी बुढ़ाना के पुत्र विनीत कात्यान को जिलाध्यक्ष बनाना चाहते थे लेकिन डॉक्टर बालियान की सिफारिश पर सुधीर सैनी को जिला अध्यक्ष बना दिया गया। तब से ही पार्टी में लगातार कुछ ना कुछ नाराजगी खुलकर सामने नजर आ रही है।
खतौली में नगर पालिका चुनाव में पार्टी प्रत्याशी उमेश कुमार और उनके समर्थक तो सुधीर सैनी के जिला अध्यक्ष बनने से पहले ही उनका विरोध कर रहे थे। अनुसूचित मोर्चा के जिला अध्यक्ष राजकुमार सिद्धार्थ समेत कई अन्य पदाधिकारियों ने भी जिला अध्यक्ष के खिलाफ मुहिम चलाई थी,जैसा कि इस पार्टी में आमतौर पर सार्वजानिक रूप में नहीं देखा जाता है।
खतौली के पूर्व विधायक विक्रम सैनी भी अब जिला अध्यक्ष से खफा नजर आ रहे हैं। विक्रम सैनी ने बताया कि वे पार्टी के पुराने समर्पित कार्यकर्ता हैं और दो बार के विधायक भी हैं, इसके बावजूद भी जब से सुधीर सैनी जिला अध्यक्ष बने हैं उनकी उपेक्षा की जा रही है। विक्रम सैनी ने बताया कि उन्हें उनके विधानसभा क्षेत्र में होने वाले कार्यक्रमों समेत पार्टी के अन्य कार्यक्रमों की कोई सूचना नहीं दी जाती है। उन्होंने बताया कि खतौली में आयोजित कार्यक्रमों में पारस जैन को मुख्य अतिथि के रूप में बुलाया जाता है जबकि पारस जैन पार्टी के सदस्य भी नहीं है और वह पार्टी को हराने के लिए नगर निकाय चुनाव में भी जिम्मेदार हैं।
विक्रम सैनी के मुताबिक सुधीर सैनी पार्टी के समर्पित कार्यकर्ताओं की उपेक्षा कर रहे हैं और उन लोगों को ज्यादा प्राथमिकता दे रहे हैं,जो पार्टी के नहीं उनके निजी हैं,जो आने वाले समय में पार्टी के लिए घातक होगा। विक्रम सैनी ने बताया कि उन्हें पार्टी के प्रदेश नेतृत्व द्वारा भेजे गए अन्य कार्यक्रमों की भी कोई जानकारी नहीं दी जा रही है। न ही प्रदेश अध्यक्ष के आगमन समेत अन्य महत्वपूर्ण बैठकों की कोई जानकारी दी जा रही है। उन्होंने जिला अध्यक्ष के इस व्यवहार पर गहरी आपत्ति जताई है।