नई दिल्ली। सड़क पर गुटखा खाने वाले लोगों का जिक्र करते हुए नितिन गडकरी ने कहा कि गुटखा और पान मसाला खाने वाले लोग अक्सर सड़कों पर थूक देते हैं। इससे न सिर्फ सड़क गंदी होती है बल्कि दूसरे लोगों को भी परेशानी होती है। इसका सिर्फ एक ही इलाज है। सड़क पर थूकने वाले लोगों की फोटो खींचो और इसे अगले दिन अखबार में छपवा दो, ताकि लोग अपनी गलती को समझ सकें।
विदेशों में बदलाव की मिसाल
स्वच्छ भारत मिशन की 10वीं सालगिरह के मौके पर नागपुर में अपने भाषण में गडकरी ने इस मुद्दे पर चर्चा की। उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि जब लोग विदेश जाते हैं, तो वे अपने व्यवहार में बदलाव लाते हैं। चॉकलेट खाने के बाद रैपर को जेब में रखते हैं, जबकि अपने देश में उन्हें फेंकने में संकोच नहीं करते।
व्यक्तिगत अनुभव साझा करते हुए
गडकरी ने अपने अनुभव का उल्लेख करते हुए कहा कि पहले वे भी ऐसी ही आदतें रखते थे, लेकिन अब उन्होंने अपने व्यवहार में सुधार किया है। अब वह खाने-पीने के बाद कचरा अपने साथ रखते हैं और उसे उचित स्थान पर फेंकते हैं।
गुटखा थूकने का इलाज
गडकरी ने यह भी कहा कि गुटखा खाने वाले लोगों की आदत को बदलने का एक ही तरीका है। जो लोग सड़क पर थूकते हैं, उनकी तस्वीरें खींची जाएं और फिर अगले दिन उन्हें अखबार में छापा जाए। इस तरह से लोगों को उनकी गलती का अहसास होगा।
स्वच्छ भारत अभियान का जश्न
स्वच्छ भारत अभियान की 10वीं सालगिरह पर, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी पंडारा पार्क में सफाई की और सांसदों ने संसद में सफाई अभियान में भाग लिया। यह पहल देश में स्वच्छता के प्रति जागरूकता बढ़ाने का एक प्रयास है।
गडकरी का यह बयान उन लोगों के लिए एक कड़ा संदेश है जो सार्वजनिक स्थलों पर गंदगी फैलाने में संकोच नहीं करते। ऐसे में उन्हें अपने व्यवहार पर विचार करने की आवश्यकता है।