नोएडा। आईएएस और आईपीएस अधिकारी बनकर स्पूफिंग कॉल के जरिए वरिष्ठ अधिकारियों पर दबाव बनाने वाली कथित आईएएस अधिकारी जोया खान को थाना सेक्टर-142 पुलिस ने पुलिस रिमांड पर लेकर पूछताछ की है। पुलिस ने आरोपी की निशानदेही पर घटना में प्रयुक्त मोबाइल फोन का सिम कार्ड भी बरामद किया है। पुलिस रिमांड के दौरान हुई पूछताछ में उसने कई चौंकाने वाले खुलासा हुए हैं। वह कॉलर आईडी को बदल कर अधिकारियों पर दवाब बनाती थी। जिससे अधिकारी को लगता था कि वह वही व्यक्ति है, जिसका उसने परिचय दिया है। पुलिस पर दवाब बनाने के लिए जोया खान ने दुबई के सर्वर का इस्तेमाल किया था।
पूछताछ के दौरान आरोपी जोया खान ने बताया कि उसने ही थाना सेक्टर-142 पुलिस पर उसके साथ गिरफ्तार दूसरे आरोपी गौरव अग्रवाल की पत्नी गितिका अग्रवाल की चचेरी ननद के पति साहिल सब्बरवाल की फ्लैट के 7वीं मंजिल से गिरकर मौत के मामले में फर्जी आईपीएस अधिकारी बन कर दवाब बनाया था। इसके लिए उसने स्पूफिंग कॉल करने के लिए इंटरनेट से पोर्टसिप ऐप डाउनलोड किया। उसके बाद सेक्टर-142 कोतवाली प्रभारी के सीयूजी नंबर पर आईपीएस बनकर बात की। साहिल की मौत के मामले में नेहा की गिरफ्तारी और कड़ी सजा दिलाने के लिए दवाब बनाया था। साथ ही उसने ऐप के जरिए आवाज बदलकर कॉल अभिषेक जैन और उसके अन्य रिश्तेदारों को स्पूफिंग करके एंटीकरप्शन ब्यूरो, रॉ और अन्य अधिकारियों के नंबर दर्शाकर काल किया।
उनसे नेहा की पैरवी करने पर हत्या के मुकदमे में फंसवाकर जेल भिजवाने की धमकी दी। वह मैजिक कॉल करके पुरूष की आवाज में कॉल किया करती थी। उसने कोतवाली प्रभारी के भी सीयूजी नंबर पर स्पूफ करके कॉल की थी। उसने स्पूफिंग सॉफ्टवेयर की पेमेंट करने के लिए मीनाक्षी को धोखा देकर सर्विलांस के काम का बहाना बनाकर आठ हजार रुपये लिए। जिससे उसने क्रिप्टोकरंसी खरीदी और स्पूफिंग सॉफ्टवेयर की पेमेंट की। इसे पूरी साजिश में गौरव अग्रवाल भी शामिल रहा है।