मेरठ। शुक्ल प्रतिपदा नव संवत्सव 2080 के शुभ आगमन की बेला पर बुधवार शहर के जीमखाना मैदान में 521 कुंडीय जनचेतना महायज्ञ का भव्य आयोजन किया गया। गुरुकुल प्रभात आश्रम के तत्वावधान में आयोजित कार्यक्रम में 521 यज्ञकुंडों पर 2084 जोड़ों ने वेद मंत्रोच्चारण के साथ यज्ञ में आहुति प्रदान की। कार्यक्रम में विभिन्न सामाजिक व धार्मिक संगठनों के अलावा अनेकों स्कूलों के बच्चों व आचार्यों ने सहभागिता की।
वैदिक मंत्रों के साथ हवन
गुरुकुल प्रभात आश्रम टीकरी के तत्वावधान में बुधवार को जीमखाना मैदान में 521 कुंडीय जनचेतना महायज्ञ का आयोजन किया गया। मुख्य संयोजक राजेश सेठी ने बताया कि पिछले 26 वर्षों से गुरुकुल प्रभात आश्रम टीकरी के कुलाधिपति स्वामी विवेकानंद सरस्वती के ब्रह्मत्व में आयोजित यह कार्यक्रम जन सामान्य को वैदिक संस्कृति व भारतीय नववर्ष के स्वागत में जागरूक कर रहा है। इस आयोजन से जहां यजमानों को मानसिक व आध्यात्मिक उत्थान का अवसर प्राप्त होगाए वहीं वायुमंडल व पर्यावरण की शुद्धि भी होगी। यह आयोजन वैदिक नववर्ष चैत्र शुक्ल प्रतिपदा 2080 नव संवत्सर के अवसर पर प्रतिवर्ष आयोजित होता है।
जनचेतना महायज्ञ में वैदिक मंत्रों के साथ शुद्ध गोघृत व औषधियों से आहुति प्रदान की गई। कार्यक्रम के प्रभारी अशोक सुधाकर ने बताया कि युवा पीढ़ी को अपने सांस्कृतिक मूल्यों से जाेड़ने के लिए विभिन्न स्कूलों के विद्यार्थियों ने बढ़.चढ़कर हिस्सा लिया।