देवबंद। महा शिवरात्रि के पावन पर्व पर दूर-दूर से आए भारी संख्या में श्रद्धालुओं ने मनकेश्वर महादेव मंदिर समेत अन्य शिव मंदिरों में पहुंचकर भगवान शिव का जलाभिषेक किया। प्रत्येक वर्ष फाल्गुन मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि के दिन महा शिवरात्रि पर्व देशभर में हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है। इस वर्ष यह पर्व आज शुक्रवार को बडे श्रद्धाभाव के साथ मनाया गया। देवबंद के श्री मनकेश्वर महादेव मंदिर की ख्याति सैकडों सालों से देशभर में फैली हुई है।
देवबंद नगर से करीब चार किमी. दूर गांव मानकी में स्थित मनकेश्वर महादेव मंदिर में स्वंय प्रगट शिवलिंग विराजमान हैं। जिसकी देशभर में दूर-दूर तक बडी़ मान्यता है। यहां पर श्रद्वालु अपनी मन्नते पूरी करने पहुंचते हैं। किंवदंती के अनुसार कई सौ साल पहले जब एक मुस्लिम गाड़ा किसान खेत जोत रहा था तो हल की फाली लगने से जमीन में से दूध की धार निकली। जिसे देखकर वह डर और सहम गया और उस जगह मिटटी डालकर घर चला गया। अगले दिन वहां शिवलिंगनुमा पत्थर के उभर कर बाहर आने से उसके विस्मय का ठिकाना न रहा। उसने इसकी चर्चा गांव में की तो चर्चा देवबंद नगर तक पहुंची।
उसी दौरान यहां के एक वैश्य परिवार के सदस्य को ख्वाब में भगवान शिव ने दर्शन देते हुए बताया कि उस पत्थर में उनका वास है। उस जगह शिव मंदिर बनाने और वहां उस पत्थर की स्थापना के बाद पूजा-अर्चना करने से लोगों की सभी मनोकामनाएं पूर्ण होंगी और क्षेत्र में सुख और शांति का वास होगा। उस सज्जन ने अपने सपने की चर्चा हिंदू समाज के बीच की तो लोगों ने वहां मंदिर बनाकर स्वंय प्रकट लिंग की स्थापना कर दी। जानकारी के मुताबिक मंदिर बनाने के लिए किसान ने अपनी भूमि मंदिर को दान दे दी। तभी से हजारों श्रद्वालु वहां रोज आमतौर से और सावन माह के दौरान खासतौर से जल और बेल पत्ती एवं पुष्प चढाने नियम के साथ जाते हैं। यह सिलसिला लगातार जारी है। वक्त के साथ इस मंदिर की ख्याति दूर तक फैल गई और वहां महा शिवरात्रि को बडा मेला लगने लगा।
आज भी महा शिवरात्रि पर यहां भव्य मेला आयोजित हुआ। जिसमें पश्चिमी उ.प्र. के दूरस्थ स्थानों के हजारों श्रद्धलुओं ने भक्ति-भाव से भाग लिया।देवबंद में महा शिवरात्रि केे त्यौहार पर देवबंद-रूडकी मार्ग स्थित ऐतिहासिक एवं विख्यात मनकेश्वर महादेव मंदिर समेत नगर के अन्य शिव मंदिरों में गुरूवार रात्रि 12 बजे के बाद सेे ही जल चढाने और शिवलिंग के दर्शन करने को लेकर भारी संख्या में श्रद्धालुओं का तांता लगना शुरू हो गया था। आज शुक्रवार को पूरे दिन भक्ततजनों ने भगवान शिव का जलाभिषेक कर पूजा-अर्चना की और व्रत रखा।
महा शिवरात्रि के अवसर मानकी स्थित मनकेश्वर मंदिर में हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी भव्य मेले का आयोजन किया गया। मनकेश्वर महादेव मंदिर में बड़ी संख्या में श्रद्धलुओं ने शिवलिंग पर जल चढाकर भगवान भोलेनाथ को प्रसन्न करने का काम किया। हमेशा से ही महा शिवरात्रि के पर्व पर मनकेश्वर महादेव मंदिर में भक्तों की अपार भीड लगी रहती है। गुरूवार रात्रि 12 बजे से भक्तों की भारी भीड के द्वारा ऊं नमः शिवाय की गूंज से शिवालय गूंजने लगें। भक्तों द्वारा भगवान शिव का दूध और गंगाजल से अभिषेक किया गया और उनको बेर, बेलपत्री, फल और फूल अर्पित किए गए।