Saturday, May 4, 2024

दिल्ली में चोरी के मोबाइल फोन नेपाल में बेचने वाला गिरफ्तार, 124 फोन और 19 लाख कैश बरामद

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नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस के अपराध शाखा की टीम ने मोबाइल फोन चोरी करने और उसकी नेपाल में बिक्री करने वाले मास्टर माइंड को मोबाइल के हब मार्केट करोल बाग से गिरफ्तार किया है। उसके पास से 124 मोबाइल फोन बरामद किए गए हैं। इसके अलावा 19 लाख कैश भी पुलिस टीम ने जब्त किया है।

पुलिस ने उसकी गिरफ्तारी से 72 मामलों का खुलासा करने का दावा किया है। जो दिल्ली के अलावा उप्र, हरियाणा और राजस्थान के हैं। गिरफ्तार किए गए आरोपित की पहचान अली हुसैन के रूप में हुई है। वह करोल बाग में मोबाइल रिपेयर शॉप चलाता है और मूलतः उप्र के सिद्धार्थनगर का रहने वाला है।

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अली हुसैन का भाई इरफान भी उसके साथ इस गोरखधंधे में शामिल था। इरफान के निधन के बाद वह अकेले ही मोबाइल चोरी के धंधे में शामिल हो गया था। दिल्ली एनसीआर, उप्र, राजस्थान और हरियाणा से चुराए गए मोबाइल को नेपाल सप्लाई करने लगा। इसकी गिरफ्तारी से पुलिस ने हरियाणा, उत्तर प्रदेश, राजस्थान और दिल्ली में दर्ज मामलों का खुलासा किया है।

इसे डीसीपी अमित गोयल की देखरेख में एसीपी रमेश लांबा, इंस्पेक्टर शिवराज सिंह बिष्ट, सब इंस्पेक्टर रविंद्र हुड्डा, सब इंस्पेक्टर सिमरजीत कौर, सहायक सब इंस्पेक्टर वीरेंद्र, हेड कांस्टेबल राम हरि, नेमीचंद, नरेंद्र और कांस्टेबल परवीन की टीम ने गिरफ्तार किया है।

जब पुलिस टीम को पता चला कि यह आरोपित आधा दर्जन से ज्यादा मोबाइल बेचने के लिए जा रहा है। पुलिस टीम ने उसे करोल बाग से दबोच लिया और इसकी निशानदेही पर बड़ी संख्या में मोबाइल उसके घर से बरामद किए गए। साथ ही इसके घर से 19 लाख रुपये भी बरामद किए गए।

उसने बताया कि वह किराये के मकान में रहता है और चोरी का मोबाइल खरीदकर स्टोर करता है। भाई इरफान की मौत के बाद यह अकेला पड़ गया और ज्यादा पैसा कमाने के चक्कर में गोरख धंधे में पूरी तरह शामिल हो गया। चुराए गए मोबाइल को रिसेट करके फिर आगे ऊंचे कीमत पर नेपाल में भेजता था। मोबाइल फोन का कवर और स्क्रीन गार्ड सब कुछ चेंज करके नया बना करके आगे सप्लाई करता था।

40 – 40 मोबाइल का पैकेट तैयार करके उसे टूरिस्ट बस के ड्राइवर और क्लीनर के जरिए नेपाल भेजता था। यह बस दिल्ली के भैरव मंदिर, मोती नगर के करमपुरा और कनॉट प्लेस से चलती हैं। इसको एक मोबाइल पर 1500 से 2500 रुपये की बचत होती थी। यह 4000 से ज्यादा मोबाइल नेपाल भेज चुका है, जिसका भुगतान इसे हवाला के जरिए नेपाल से मिलता था। पुलिस को वह रिकॉर्ड भी मिला है, जिसमें उसने खरीद-फरोख्त का पूरा डाटा रखा हुआ है।

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