Monday, May 20, 2024

अमित शाह से मिले ओपी राजभर, लोक सभा चुनाव सहित कई विषयों पर की चर्चा

मुज़फ्फर नगर लोकसभा सीट से आप किसे सांसद चुनना चाहते हैं |

नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश की राजनीति को लेकर राजधानी दिल्ली में भी हलचल लगातार जारी है। उत्तर प्रदेश में एनडीए गठबंधन में शामिल सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर ने गुरुवार को दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात कर लोक सभा चुनाव की तैयारियों सहित कई अन्य महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा की।

अमित शाह के साथ हुई मुलाकात की तस्वीरों को एक्स पर शेयर करते हुए ओम प्रकाश राजभर ने बताया, “आज नई दिल्ली में देश के गृह मंत्री अमित शाह से नव वर्ष पर आत्मीय मुलाकात हुई और उत्तर प्रदेश और बिहार की वर्तमान राजनीतिक परिस्थिति, लोकसभा चुनाव की तैयारियों सहित भर/राजभर जाति को अनुसूचित जनजाति में शामिल किये जाने के लिए प्रस्ताव यथा शीघ्र उत्तर प्रदेश सरकार से दिल्ली सरकार को रिपोर्ट मंगाने पर चर्चा हुई व बंजारा जाति के सामाजिक समस्याओं व गोंड, ख़रवार जाति के जाति प्रमाण पत्र उत्तर प्रदेश के समस्त जनपदों में सरकार द्वारा जारी जाति प्रमाण पत्र के शासनादेश का पालन कराकर जाति प्रमाण पत्र जारी कराने पर चर्चा हुई एवं वंचित शोषित वर्गों के हितों से जुड़े अहम विषयों पर सकारात्मक चर्चा हुई।”

Royal Bulletin के साथ जुड़ने के लिए अभी Like, Follow और Subscribe करें |

 

आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश में 2022 में हुए विधान सभा चुनाव के बाद अखिलेश यादव का साथ छोड़कर फिर से एनडीए गठबंधन में शामिल होने वाले ओम प्रकाश राजभर लगातार योगी आदित्यनाथ सरकार में फिर से मंत्री बनने को लेकर लॉबिंग कर रहे हैं।

इसके साथ ही राजभर लोक सभा चुनाव में भी भाजपा से ज्यादा से ज्यादा सीटें हासिल करना चाहते हैं। अगर राजभर को योगी सरकार में मंत्री नहीं बनाया जाता है तो वे स्वयं लोक सभा चुनाव लड़ने के इच्छुक हैं और इस बार राजभर गठबंधन में भाजपा से अनुप्रिया पटेल की पार्टी अपना दल की तुलना में ज्यादा सीटें भी मांग रहे हैं।

ओम प्रकाश राजभर ने अपने इन्ही मुद्दों को लेकर कुछ दिन पहले 29 दिसंबर को भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से भी मुलाकात की थी।

उत्तर प्रदेश में 2017 के विधान सभा चुनाव में राजभर की पार्टी सुभासपा भाजपा के साथ मिलकर लड़ी थी। एनडीए के सत्ता में आने के बाद राजभर को योगी सरकार में मंत्री के तौर पर भी शामिल किया गया था, लेकिन 2019 के लोक सभा चुनाव के दौरान दोनों दलों के बीच खटास पैदा हो गई।

इसी वजह से चुनाव खत्म होते ही योगी आदित्यनाथ ने राजभर को अपने मंत्रिमंडल से बर्खास्त कर दिया था। उसके बाद से ही राजभर ने प्रदेश में भाजपा को हराने का अभियान छेड़ दिया था और 2022 के विधानसभा चुनाव से पहले वो अखिलेश यादव के गठबंधन में शामिल हो गए थे लेकिन नतीजा उनके पक्ष में नहीं आया। विधान सभा चुनाव में फिर से भाजपा की जीत के बाद राजभर, अखिलेश यादव का साथ छोड़कर दोबारा से एनडीए गठबंधन में शामिल हो गए।

Related Articles

STAY CONNECTED

74,188FansLike
5,319FollowersFollow
50,181SubscribersSubscribe

ताज़ा समाचार

सर्वाधिक लोकप्रिय