नयी दिल्ली। संसद के संयुक्त अधिवेशन में गुरुवार को अभिभाषण के लिये राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु के खड़े होने पर सदस्यों मेजें थपाथपाकर उनका स्वागत किया लेकिन विपक्ष ने अभिभाषण के दौरान मणिपुर की स्थिति और नीट परीक्षाओं में धांधली के मुद्दे पर हल्का शोर किया।
अठारहवीं लोकसभा के गठन के बाद दोनों सदनों का यह पहला संयुक्त अधिवेशन था जिसका आयोजन नयी संसद भवन के लोकसभा कक्ष में किया गया था।
राष्ट्रपति को उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, लोक सभा अध्यक्ष ओम बिरला, संसदीय कार्य मंत्री किरण रिजिजू आसन तक ले गये।
राष्ट्रपति के आगे एक संसद कर्मी सेंगोल लेकर चल रहा था।
राष्ट्रपति के अभिभाषण शुरू करने से पहले उनके सामने लोकसभा कर्मचारियों के बैठने के स्थान पर सेंगोल स्थापित किया गया। श्रीमती मुर्मु ने पूर्वाह्न 11.03 बजे अपना अभिभाषण शुरू किया।
क्रीम कलर की साड़ी पहने श्रीमती मुर्मु ने अभिभाषण के दौरान जब मोदी सरकार के तीसरी बार कार्य भार संभालने का जिक्र किया तो सत्ता पक्ष के सदस्यों ने मेज थपाथपाकर खुशी का इजहार किया।
राष्ट्रपति जब-जब मोदी सरकार की उपलब्धियों का जिक्र करतीं, तो प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सहित सत्ता पक्ष के सदस्य मेज थपाथपाकर खुशी व्यक्त करते थे।
श्रीमती मुर्मु ने जब पूर्वात्तर राज्यों के विकास की चर्चा की, तो विपक्षी सदस्यों ने ‘मणिपुर मणिपुर’ कहकर शोर किया।
राष्ट्रपति ने जब कृषि क्षेत्र के विकास के लिये मोदी सरकार के प्रयासों का उल्लेख किया, तो विपक्षी दलों के सदस्यों ने कहा कि फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य का कानून बनाओ।
श्रीमती मुर्मु के रक्षा क्षेत्र में किये गये कार्याें का जिक्र किये जाने पर भी विपक्षी सदस्यों ने शोर किया।
राष्ट्रपति ने युवाओं को सशक्त किये जाने के मोदी सरकार के कार्यों का जब जिक्र किया तो बड़ी संख्या में विपक्षी सदस्यों ने ‘नीट नीट’ के नारे लगाते हुये कहा कि नीट पर भी कुछ बाेलिये।
श्रीमती मुर्मु के अभिभाषण के दौरान विपक्षी सदस्य बीच-बीच में टोका-टाकी करते रहे।
राष्ट्रपति ने अभिभाषण के दौरान 25 जून 1975 को देश में आपातकाल लगाये जाने का जब जिक्र किया तो सत्ता पक्ष के सदस्यों ने ‘शर्म शर्म’ के नारे लगाये और शोरगुल किया।
राष्टपति के अभिभाषण के बाद उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने उसके कुछ अंश अंग्रेजी में पढ़े।
अभिभाषण समाप्त होने पर विपक्षी सदस्यों ने जय संविधान, जय संविधान के नारे लगाये।
अभिभाषण पूर्वाह्न 11बजकर तीन मिनट पर शुरू हुआ, जो अपराह्न 12 बजकर छह मिनट तक चला।
अभिभाषण के दौरान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष एवं केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री जगत प्रकाश नड्डा के साथ बैठे थे।
पूर्व प्रधानमंत्री एच डी देवगौड़ा, कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी के साथ बैठे थे।
लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे साथ-साथ बैठे थे।
आम आदमी पार्टी के सदस्यों ने पार्टी संयोजक अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी के विरोध में राष्ट्रपति के अभिभाषण का बहिष्कार किया।