टोक्यो। विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने शुक्रवार को कहा कि भारत में 15 साल या उससे भी अधिक समय तक स्थिर सरकार रहेगी। उन्होंने सुशासन के लिए दीर्घकालिक राजनीतिक स्थिरता आवश्यक बताया।
विदेश मंत्री ने यह बात टोक्यो में भारत-जापान विशेष रणनीतिक साझेदारी पर आयोजित निक्केई फोरम में कही। गौरतलब है कि भारत में आम चुनाव की तैयारी चल रही है। इसमें लगभग 960 मिलियन मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करने के लिए तैयार हैं।
जयशंकर ने एक सवाल के जवाब में कहा, “सौ फीसदी हमारे पास 15 साल या इससे भी अधिक की स्थिर सरकार होगी।” मंत्री ने एक ठोस जनादेश के साथ सुधारवादी व दूरदर्शी नेतृत्व के महत्व को रेखांकित किया। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने अपनी सरकार की प्रशंसा करते हुए कहा कि वह अच्छे व कठिन निर्णय लेने में सक्षम है।
आर्थिक विकास और निवेश के लिए राजनीतिक स्थिरता के महत्व को जरूरी बताते हुए विदेश मंत्री ने कहा, व्यापार जगत आज राजनीतिक स्थिरता को महत्व देता है। उनके लिए, राजनीतिक स्थिरता का मतलब नीतिगत स्थिरता है।
मंत्री ने कहा, “सौभाग्य से एक दशक से हमारे देश में राजनीतिक स्थिरता है, और अगले दशक के लिए भी मैं आश्वस्त हूं।”
रूस-यूक्रेन संघर्ष पर भारत की स्थिति के बारे में पूछे जाने पर, मंत्री ने विश्व शक्तियों पर तंज करते हुए कहा कि वे अपने अनुकूल मुद्दा चुनते हैं और उस पर कार्य करते हैं। मंत्री जयशंकर ने कहा, आज भी भारत के कुछ हिस्सों पर दूसरे देश का कब्जा है। लेकिन हमने दुनिया को इस पर चिंता प्रकट करते हुए नहीं देखा।
मंत्री ने दोहराया कि भारत और जापान आज अपने संबंधों को और अधिक गहरा कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि दोनोंं देशों ने द्विपक्षीय सहयोग बढ़ाने के लिए और अधिक रास्तों की पहचान की है।
द्विपक्षीय सहयोग को बढ़ाने और इसे तेज करने के लिए विदेश मंत्री जयशंकर 6-8 मार्च तक जापान की तीन दिवसीय यात्रा पर हैं।
गुरुवार को, उन्होंने अपने जापानी समकक्ष योको कामिकावा के साथ 16वें भारत-जापान विदेश मंत्री रणनीतिक संवाद को संबोधित किया और पहले रायसीना गोलमेज सम्मेलन में भाग लिया।