रांची। लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के प्रमुख और केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने जातिगत जनगणना को लेकर अपनी पार्टी का रुख साफ किया है। उन्होंने कहा, “हमारी पार्टी हमेशा से जातिगत जनगणना का समर्थन करती रही है और हम इसके पक्षधर हैं। हम लोग चाहते हैं कि जातीय जनगणना हो। राज्य और केंद्र सरकार जाति को ध्यान में रखते हुए कई बार योजनाएं बनाते हैं। जिससे उस जाति को मुख्यधारा से जोड़ा जा सके।
ऐसे में किस जाति की आबादी कितनी है, वह जानकारी सरकार के पास होनी चाहिए। ताकि उसके अनुपात में राशि आवंटित की जा सके।” उन्होंने आगे कहा कि मैं इन आंकड़ों को सार्वजनिक करने का पक्षधर नहीं हूं। मैं मानता हूं कि अगर आंकड़ों को सार्वजनिक किया जाता है तो समाज में विभाजनकारी स्थितियां पैदा हो जाएगी। कई बार कोर्ट की तरफ से भी सरकार से जाति की आबादी को लेकर जानकारी मांगी गई है। ऐसे में मेरा मानना है कि ये आंकड़े सरकार के पास होने चाहिए। जिससे योजनाओं के कार्यान्वयन में सुधार किया जा सके।
जनकल्याणकारी योजनाओं के सफल क्रियान्वयन में मदद मिल सके। झारखंड की राजधानी रांची में आयोजित पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में चिराग पासवान को एक बार फिर लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाया गया।
लोक जनशक्ति पार्टी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में लिखा, “केंद्रीय खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्री सह हाजीपुर लोकसभा क्षेत्र से सांसद चिराग पासवान को राष्ट्रीय कार्यकारणी की बैठक में पुनः लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) का राष्ट्रीय अध्यक्ष चुने जाने पर हार्दिक बधाई एवं अनंत शुभकामनाएं। पार्टी को आपके कुशल नेतृत्व पर पूर्ण भरोसा है। साथ ही पार्टी आपके मार्गदर्शन में एक नई ऊंचाई हासिल करेगी।”