मुजफ्फरनगर। सोमवार को जिला कलेक्ट्रेट पर मणिपुर हिंसा में दो आदिवासी महिलाओं को निर्वस्त्र घुमा कर उनका सामूहिक बलात्कार करने वाले लोगों को फांसी दिए जाने के संबंध में बहुजन एकता संघर्ष समिति के बैनर तले दर्जनों कार्यकर्ताओं ने राष्ट्रपति के नाम प्रशासनिक अधिकारी को ज्ञापन सौपा है।
इस दौरान जानकारी देते हुए बहुजन एकता संघर्ष समिति राष्ट्रीय अध्यक्ष ने बताया कि 19 जुलाई को एक वीडियो वायरल हुई जिसमें 2 महिलाओं को भीड़ द्वारा नग्न अवस्था में सरेआम घुमाया गया और उनका सामूहिक ब्लात्कार किया गया, जब परिवार के लोगों ने विरोध किया तो उनकी भी हत्या कर दी।
इस घटना से पूरा देश शर्मशार हुआ मणिपुर में इस साल मई में दो समुदाय बहुसंख्यक मैतेई और अल्पसंख्यक कुकी के बीच हिंसक झडप देखने को मिली 3 मई 2023 से ये हिंसा शुरू हुई इस हिंसा में अब तक कम से कम 130 लोग मारे गए हैं और 400 लोग घायल हुए हैं। हिंसा को रोकने के लिए सेना, अर्धसैनिक बलों और पुलिस के संघर्ष के कारण 160,000 से अधिक लोगों को अपने घरों से दूसरी जगहों पर जाने के लिए मजबूर होना पड़ा है अगर राज्य सरकार और केंद्र की भाजपा सरकार इस घटना को गंभीरता से लेती तो शायद इतनी भयावक घटना ना घटती।
वही राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन के माध्यम से मांग की है कि मणिपुर के हालात निरतंर चिंताजनक बनते जा रहे है इसलिए राज्य सरकार को निरस्त कर तत्काल राष्ट्रपति साशन लागू किया जाये और दोषियों को फाँसी दी जाए ताकि भविष्य में इस प्रकार की घटना ना हो।