इस्लामाबाद। पाकिस्तान के सांसद मोहसिन डावर ने साथी एमएनए अली वजीर के अपहरण की व्यापक जांच की मांग की है, जिनके बारे में कहा जा रहा है कि उन्हें सोमवार को उत्तरी वजीरिस्तान में अधिकारियों ने कर लिया गया है। गिरफ्तारी के बाद अधिकारी वजीर को एक अज्ञात स्थान पर ले गए हैं। डॉन रिपोर्ट के मुताबिक, स्पीकर राजा परवेज अशरफ की अध्यक्षता में नेशनल असेंबली के सत्र के दौरान डावर ने इन चिंताओं को उठाया है।
रिपोर्ट के अनुसार, डावर ने कहा, “स्पीकर साहब, आज सुबह हमें सूचना मिली कि हमारे एमएनए अली वजीर को उत्तरी वजीरिस्तान में एक चेक-पोस्ट के पास गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने दावा किया कि उन्हें कहां रखा गया है इसके बारे में कोई सुराग नहीं है।”
डावर ने कहा कि अली के साथी, जो गिरफ्तारी के समय उनके साथ थे, वह भी अली के ठिकाने से अनजान हैं।
डॉन रिपोर्ट के अनुसार, डावर ने स्पीकर से कहा, जाहिर तौर पर सोशल मीडिया पर जो चल रहा है, उसके अनुसार वजीर को उत्तरी वजीरिस्तान में गिरफ्तार किया गया था, लेकिन पेशावर में संघीय जांच एजेंसी के साइबर क्राइम सर्कल में उनके खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। देश में कानून और संविधान का अस्तित्व समाप्त हो गया है।
डावर ने स्पीकर से वजीर की गिरफ्तारी की जांच शुरू करने और उनके ठिकाने का पता लगाने का भी अनुरोध किया है। उन्होंने इस बात पर प्रकाश डाला कि नेशनल असेंबली ने हाल ही में एक कानून पारित किया था, जिसके लिए एक विधायक को गिरफ्तार करने से पहले अध्यक्ष की स्वीकृति की जरूरत थी।
डावर ने कहा कि सत्र चल रहा है, लेकिन स्पीकर से अनुमति नहीं ली गई। इसका मतलब है कि यह गिरफ्तारी नहीं, बल्कि अपहरण है। डावर ने एक ट्वीट में कहा कि वजीर की गिरफ्तारी से पता चलता है कि देश में कानून का शासन नहीं है।
उन्होंने कहा कि उनका अपहरण कर लिया गया है। उनका पता नहीं चल पाया है। स्पीकर एनए को उनकी गिरफ्तारी की सूचना नहीं दी गई थी।