नई दिल्ली। पेटीएम के ग्राहकों के लिए खुशखबरी है। आपका पेटीएम यूपीआई पहले की तरह ही काम करेगा। कंपनी ने अपने उपभोक्ताओं के भ्रम को दूर करते हुए यह जानकारी दी है। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) के प्रतिबंध का असर सिर्फ पेटीएम पेमेंट्स बैंक लिमिटेड पर होगा, पेटीएम पर नहीं।
पेटीएम ने शुक्रवार को ‘एक्स’ पोस्ट पर जारी एक बयान में बताया कि अब आधिकारिक तौर पर पेटीएम यूपीआई काम करेगा। हमें नेशनल पेमेंट कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (एनपीसीआई) से मल्टी-बैंक मॉडल के तहत थर्ड-पार्टी एप्लिकेशन प्रोवाइडर (टीपीएपी) के तौर पर यूपीआई सर्विस जारी रखने का लाइसेंस मिल चुका है। हालांकि, पेटीएम के ग्राहकों के लिए एक और बड़ा बदलाव होगा। पेटीएम ने कहा कि उपयोगकर्ता अपनी ओर से कोई बदलाव किए बिना @पेटीएम हैंडल का निर्बाध रूप से उपयोग करना जारी रख सकते हैं।
एनपीसीआई ने देर रात पेटीएम के साथ चार बड़े बैंकों एक्सिस बैंक, एचडीएफसी बैंक, स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (एसबीआई) और यस बैंक को टाई-अप करने की मंजूरी दी है। यह सभी पेटीएम की पैरेंट कंपनी वन97 कम्युनिकेशंस के लिए पेमेंट सर्विस प्रोवाइडर की तरह काम करेगी। वहीं, यस बैंक को पेटीएम के लिए मौजूदा और नए यूपीआई मर्चेंट्स का अधिग्रहण करने वाले बैंक की तरह काम करने के लिए अधिकृत किया है। इसका फायदा उन करोड़ों लोगों को होगा, जो पेटीएम से यूपीआई सर्विस का यूज करते हैं।
उल्लेखनीय है कि पेटीएम के यूपीआई लेन-देन पहले पेटीएम पेमेंट्स बैंक (पीपीपीबीएल) के माध्यम से किए जा रहे थे। पीपीबीएल को रिजर्व बैंक ने 15 मार्च, 2024 के बाद किसी भी ग्राहक खाते में जमा, क्रेडिट या टॉप-अप स्वीकार करने पर प्रतिबंध लगा दिया है। वन97 कम्युनिकेशंस लिमिटेड (ओसीएल) की पीपीबीएल में 49 फीसदी हिस्सेदारी है, जबकि कंपनी के संस्थापक और सीईओ विजय शेखर शर्मा के पास पीपीबीएल की 51 फीसदी हिस्सेदारी है।