नई दिल्ली। कैंसर जैसी गंभीर बीमारी से पीड़ित मरीजों को राहत देते हुए सरकार ने ट्रैस्टुज़ुमैब डेरक्सटेकन के साथ तीन प्रमुख कैंसर रोधी दवाओं पर कर और शुल्कों में कटौती की थी जिसके बाद इनके दाम घटे हैं। इसे लेकर लोगों में बेहद खुशी है। सरकार ने पिछले सप्ताह एक प्रश्न के लिखित उत्तर में लोकसभा में ट्रैस्टुजुमैब डेरक्सटेकन, ओसिमर्टिनिब, डुरवालुमैब जैसी कैंसर की दवाओं की कीमतों में कमी आने की जानकारी दी थी। सरकार ने इस साल 23 जुलाई को तीनों दवाओं पर आयात शुल्क समाप्त कर दिया था। इसके बाद 8 अक्टूबर को इन पर जीएसटी की दर 12 प्रतिशत से घटाकर पांच प्रतिशत कर दी गई थी। इन कटौतियों के बाद दवा कंपनियों ने इनके अंकित मूल्यों में कटौती की है।
आईएएनएस ने इसी मुद्दे पर लोगों से बात की। एक व्यक्ति ने कहा, ”यह बेहद सराहनीय है। ग्राहकों को इससे बहुत फायदा होगा। सस्ती दवाओं से उनकी जेब पर काम बोझ पड़ेगा। सरकार ने सही दिशा में यह कदम उठाया है। उनके इस कदम से जनता को बहुत मदद मिलेगी।” एक अन्य व्यक्ति ने कहा, ”यह बहुत बढ़िया खबर है, क्योंकि कैंसर का पूरे इलाज और उसकी दवाइयां काफी महंगी होती हैं, और मिडिल क्लास लोगों के लिए इसे खरीदना मुश्किल हो जाता है। उन पर आयात शुल्क घटाना एक स्वागत योग्य कदम है, और इसे और भी कम किया जाना चाहिए।” इन दवाओं की कीमत अब भी कई हजारों और लाखों में है।
इस पर उन्होंने कहा, ”ये महंगी दवाइयां आम आदमी की पहुंच से दूर थी। अब आप सोचिए कि अगर एक दवा 1000 रुपये की है, तो वह एकदम 100 रुपये की तो हो नहीं जाएगी। इसे कस्टम ड्यूटी, जीएसटी और अन्य कदमों को धीरे-धीरे कम किया जाए, तो दवाइयां सस्ती दरों पर उपलब्ध हो सकती हैं। अगर यह संभव हो सकता है, तो इसे जरूर किया जाना चाहिए।” जिन दवाओं की कीमतों में कटौती हुई है वे ब्रेस्ट कैंसर, फेफड़े के कैंसर और अन्य प्रकार के कैंसर के इलाज में उपयोग की जाती है।