गाजियाबाद। एमएमजी, जिला महिला अस्पताल और संयुक्त अस्पताल में संतोष मेडिकल कॉलेज के 27 स्नातकोत्तर छात्र तीन महीने तक इलाज करेंगे। इससे अस्पतालों में मरीजों को इलाज कराने में सहूलियत मिलेगी। वीआईपी ड्यूटी, पोस्टमार्टम और कोर्ट में गवाही देने के कारण कई बार चिकित्सक पूरे दिन ओपीडी में समय नहीं दे पाते, इस कारण इलाज के लिए आए मरीजों को परेशानी होती है।
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य परिवार कल्याण के महानिदेशक (प्रशिक्षण) डॉ.नरेंद्र अग्रवाल ने सीएमओ को भेजे पत्र में कहा है कि संतोष मेडिकल कालेज में एमडी और एमएस की पढ़ाई कर रहे 27 छात्र-छात्राओं को एक जुलाई से तीस सितंबर तक तीन महीने के लिए उनकी योग्यता के अनुसार इलाज करने के लिए नियुक्त किया जाए।
जिला रेजीडेंसी कार्यक्रम डीआरपी के तहत अध्ययनरत छात्र छात्राओं की तीन के लिए नियुक्ति के लिए संतोष मेडिकल कॉलेज के नोडल से समन्वय स्थापित कर उनकी नियुक्ति करें।