वाराणसी। वैशाख माह के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि पर शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की मां हीराबेन का पिंडदान दशाश्वमेध घाट पर वैदिक मंत्रोच्चार के बीच किया गया। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के छोटे भाई पंकज मोदी ने सनातन धर्म के अनुसार सभी अनुष्ठान पूर्ण किया। अनुष्ठान के बाद पंकज मोदी ने अपनी मां के आत्मा की शांति के लिए मां गंगा से प्रार्थना भी की। तीर्थ पुरोहित राजू झा ने सम्पूर्ण कर्मकांड और अनुष्ठान कराया।
मां हीराबा का पिंडदान करने के बाद पंकज मोदी ने दशाश्वमेधघाट पर ही गंगा सेवा निधि की ओर से होने वाली सायंकालीन गंगा आरती में अपनी मां के लिए विशेष पूजन भी किया और मां गंगा की विधिवत आरती भी उतारी। इसके पहले गंगा सेवा निधि के अध्यक्ष सुशांत मिश्रा, कोषाध्यक्ष आशीष तिवारी,सचिव हनुमान यादव ने अंगवस्त्रम व प्रसाद देकर स्वागत किया।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की मां हीराबेन 100 वर्ष की उम्र में 30 दिसम्बर 2022 को गोलोकवासी हो गई। अपनी माता जी के अन्तिम संस्कार में प्रधानमंत्री भी शामिल हुए थे।
अपनी मां के निधन की जानकारी खुद प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट कर दी थी। मोदी के ट्विटर हैंडल से पोस्ट करते हुए लिखा गया, ‘शानदार शताब्दी का ईश्वर चरणों में विराम… मां में मैंने हमेशा उस त्रिमूर्ति की अनुभूति की है जिसमें एक तपस्वी की यात्रा, निष्काम कर्मयोगी का प्रतीक और मूल्यों के प्रति प्रतिबद्ध जीवन समाहित रहा है। मैं जब उनसे 100वें जन्मदिन पर मिला तो उन्होंने एक बात कही थी, जो हमेशा याद रहती है कि काम करो बुद्धि से और जीवन जियो शुद्धि से। मोदी ने मां हीराबा के पार्थिव शरीर को मुखाग्नि भी दी थी। हीराबा का गांधीनगर के श्मशान घाट में अंतिम संस्कार किया गया।