नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को 18वें प्रवासी भारतीय दिवस का उद्घाटन किया और इस अवसर पर प्रवासी भारतीय एक्सप्रेस को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। प्रधानमंत्री ने प्रवासी भारतीयों को संबोधित करते हुए भारत की सफलता पर प्रकाश डाला और कहा कि आज दुनिया भारत के विकास को देख रही है।
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पीएम मोदी ने बताया कि इस वर्ष प्रवासी भारतीय दिवस 2025 की थीम ‘विकसित भारत के लिए प्रवासी भारतीयों का योगदान’ है। उन्होंने प्रवासी भारतीयों से अपील की कि वे विदेश में रहकर भी भारत को प्रमोट करें और उसके विकास में योगदान दें।
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प्रधानमंत्री ने कहा कि आने वाले दशकों में भारत दुनिया की कुशल प्रतिभा की मांग को पूरा करेगा। उन्होंने बताया कि भारत की युवा और कुशल आबादी दुनिया को नेतृत्व प्रदान करेगी। पिछले 10 वर्षों में 25 करोड़ लोग गरीबी रेखा से बाहर आए हैं और भारत 10वें स्थान से 5वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन चुका है। प्रधानमंत्री ने भरोसा जताया कि जल्द ही भारत तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनेगा।
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प्रधानमंत्री ने भारत के डिजिटल विकास को सराहनीय बताया और कहा कि प्रवासी भारतीय जब अगली बार भारत आएं, तो मेड इन इंडिया जहाज में यात्रा करें। उन्होंने कहा कि भारत के टू टियर और थ्री टियर शहरों व गांवों में अद्भुत हेरिटेज छिपा हुआ है, जिसे दुनिया से जोड़ने की आवश्यकता है।
प्रधानमंत्री ने महाकुंभ में शामिल होने का निमंत्रण दिया और कहा कि 1947 में मिली आज़ादी में प्रवासियों का बड़ा योगदान था। अब भारत का लक्ष्य 2047 तक एक विकसित देश बनने का है, और इसमें प्रवासी भारतीयों की महत्वपूर्ण भूमिका होगी।
प्रधानमंत्री ने प्रवासी भारतीयों से आग्रह किया कि वे भारत के गांवों और हेरिटेज स्थलों को अपने बच्चों के साथ देखने आएं और भारत की समृद्ध संस्कृति को समझें। साथ ही उन्होंने उन्हें कम से कम पांच दोस्तों को भारत लाने की अपील की।
प्रधानमंत्री ने कहा कि आपका हर प्रयास भारत को मजबूत करेगा और उसकी विकास यात्रा में मदद करेगा।