छिंदवाड़ा। मध्य प्रदेश की सबसे हाई-प्रोफाइल लोकसभा सीट छिंदवाड़ा में चुनावी गर्माहट सबसे ज्यादा है। रविवार को जहां पुलिस व आबकारी दल ने पांढुर्णा से कांग्रेस विधायक नीलेश उइके के आवास पर दबिश दी तो सोमवार को पुलिस दल पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के आवास पर भी पहुंचा।
सोमवार को भाजपा के उम्मीदवार विवेक बंटी साहू ने पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के एक निजी सहायक और पत्रकार पर फर्जी वीडियो जारी कर छवि धूमिल करने का आरोप लगाया। साहू की ओर से पुलिस में इसकी शिकायत की गई तो पुलिस दल कमलनाथ के शिकारपुर स्थित आवास पर पहुंच गया। पुलिस इस मामले पर कुछ भी बोलने को तैयार नहीं है।
भाजपा उम्मीदवार साहू ने जरूर खुलकर आरोप लगाया है कि कमलनाथ के निजी सहायक आरके. मिगलानी और पत्रकार ने षड्यंत्र रचकर वीडियो जारी करने को कहा। साथ ही साहू ने साजिश रचने का कथित वीडियो भी मीडिया को दिखाया।
इससे पहले रविवार को पांढुर्णा से कांग्रेस विधायक नीलेश उइके के राजोला रैयत क्षेत्र में स्थित आवास पर पुलिस व आबकारी दल ने दबिश दी और तलाशी ली। इस दल को वहां कुछ नहीं मिला।
कांग्रेस विधायक के निवास पर हुई कार्रवाई पर कमलनाथ ने एक्स पर लिखा, “भारतीय जनता पार्टी लगातार कांग्रेस के नेताओं पर दबाव डाल रही है और जो दबाव में नहीं आता, उसके ऊपर छापेमारी और दूसरी कार्रवाई कर रही है। कांग्रेस के आदिवासी विधायक नीलेश उइके पर इस तरह का दबाव डाला गया, लेकिन वे इसके आगे नहीं झुके तो उनके ऊपर छापे डाले गए। उनके आवास, निर्माणाधीन भवन, खेत खलिहान और अन्य स्थानों पर जिस तरह से छापेमारी की कार्रवाई की गई और घंटों तक तलाशी के बाद कुछ नहीं मिला, उससे स्पष्ट है कि भाजपा प्रशासन का दुरुपयोग कर कांग्रेस नेता और कार्यकर्ताओं का उत्पीड़न कर रही है। छिंदवाड़ा की जनता इस तरह के अत्याचार को बर्दाश्त नहीं करेगी।