सहारनपुर। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, सहारनपुर डा.विपिन ताडा के निर्देशन में गौकशी की घटनाओं की रोकथाम हेतु व गौकशी में संलिप्त वांछित अपराधियों के विरुद्ध चलाये जा रहे अभियान के अंतर्गत पुलिस अधीक्षक ग्रामीण सागर जैन एवं क्षेत्राधिकारी बेहट के निकट पर्यवेक्षण में व प्रभारी निरीक्षक योगेश शर्मा के कुशल नेतृत्व में थाना बेहट पुलिस टीम द्वारा मुखबिर की सूचना पर दिनांक 13.08.2023 को थाना स्थानीय पर पंजीकृत मु0अ0सं0 375/23 धारा 3/5/8 गौवध निवारण अधि0 का अनावरण करते हुए गौकशी के अभियुक्त मुन्तजीर पुत्र सत्तार निवासी शेखपुरा थाना बेहट जनपद सहारनपुर, मुकीम पुत्र दिलशाद निवासी शेखपुरा थाना बेहट जनपद सहारनपुर, नफीस पुत्र अफजाल नि0 शेखपुरा थाना बेहट सहारनपुर व अताउर्रहमान पुत्र इकबाल नि0 शेखपुरा थाना बेहट जिला सहारनपुर को गिरफ्तार किया गया है। अभियुक्त मुन्तजीर व मुकीम उपरोक्त को काँसेपुर से शेखपुरा की तरफ जाने वाले मार्ग से गिरफ्तार किया गया है।
अताउर्रहमान व नफीस को ग्राम शेखपुरा से गिरफ्तार किया गया है। जबकि इनके अन्य 04 साथी मौके से फरार हो गये। अभियुक्तगण के कब्जे से माँस काटने के उपकरण 01 कुल्हाडी 03 छुरे व 01 लकड़ी का गट्टा व 03 रस्सी व 01 मोटर साइकिल नं0- UP11 BF 9084 ( एच.एफ डीलक्स) बरामद हुई है। गिरफ्तार अभियुक्तगण के विरूद्ध आवश्यक विधिक कार्यवाही कर मा0 न्यायालय के समक्ष पेश किया जायेगा।
गिरफ्तार अभियुक्तगणों ने पुलिस पूछताछ में बताया कि दिनांक 08-08-2023 को नफीस के पिता अफजाल की मृत्यु हो गयी थी तथा उसके दफन का प्रोग्राम 09.08.2023 का था उसके दफन के बाद नफीस के द्वारा बताया गया कि मुझे परिवारीजनो व रिश्तेदारो का खाना बनवाना था जिसके चलते नफीस के द्वारा अपने चचेरे भाई अताउर्रहमान को सस्ते मीट के सम्बन्ध में बताया कि किसी गाय को पकड़ कर उसका मीट निकालकर ले आओ इस पर दिनाँक 08/09-08-2023 की रात्रि में मुन्तजीर पुत्र सत्तार, मुकीम पुत्र दिलशाद, अतार्रहमान पुत्र इकबाल, बुद्धन पुत्र रसीद, इरशाद उर्फ सादा पुत्र शरीफ, अमजद पुत्र सुल्तान निवासीगण शेखपुरा थाना बेहट जनपद सहारनपुर, फरमान पुत्र बुद्ध निवासी जसमौर पठानपुरा थाना-बेहट जिला-सहारनपुर ने आपस में मिलकर योजना बनाकर बुद्धन के घेर में एक गाय काटी थी जिसका माँस उपरोक्त व्यक्तियो के द्वारा नफीस के घर दिया गया।
जिसका नफीस के द्वारा अपने पिता के दफन के बाद अपने रिश्तेदार व परिवारीजनो का खाना बनवाया गया तथा गौकशी करने के बाद उपरोक्त व्यक्तियो द्वारा अवशेषो ( खाल व हड्डी) को एक बोरे मे रखवाकर सुनसान स्थान पर डालने के लिए बताया था लेकिन मुन्तजीर के द्वारा अवशेषो को मोटर साइकिल से शेखपुरा तालाब के पास डाला गया था।