नोएडा। नोएडा में किसानों को जगह-जगह पुलिस के द्वारा रोका जा रहा है। दूसरी तरफ सेक्टर 24 में स्थित एनटीपीसी से प्रभावित किसान करीब 50 दिनों से धरना दे रहे हैं। महापंचायत में ऐलान के बाद एनटीपीसी के किसान महामाया फ्लाईओवर पर जाने से पहले पुलिस ने उन्हें रोक लिया है। इस आंदोलन का नेतृत्व भारी संख्या में महिलाएं कर रही हैं। जिसके बाद पुलिस और किसानों के बीच नोकझोंक भी हुई है।
किसानों का आरोप है कि उन्हें महामाया फ्लाईओवर पर नहीं जाने दिया जा रहा है। पुलिस ने उनके ट्रैक्टर को रोक दिया है। किसानों का कहना है कि पुलिस उन्हें बस में बैठाकर हिरासत में लेना चाहती है। जिसमें पुलिस किसानों को रोकने का प्रयास कर रही है।
जानकारी के मुताबिक, पुलिस किसान नेताओं को उनके घरों में नजरबन्द करेगी। किसानों को नोएडा और ग्रेटर नोएडा में रोका जाएगा। उसके बाद गौतमबुद्ध नगर और दिल्ली की सीमाओं पर नाकाबंदी की जा रही है।
किसान सभा के जिला अध्यक्ष डॉ. रूपेश वर्मा ने महापंचायत ने बताया कि किसान बढ़ा हुआ मुआवजा, स्थानीय लोगों को रोजगार, 10 प्रतिशत प्लॉट और आबादी की समस्या के पूर्ण निपटारे की मांग कर रहे हैं। दोनों जगहों पर अब तक कोई भी स्थानीय नेता किसानों की समस्याएं सुनने नहीं पहुंचा है। किसान जनप्रतिनिधियों के साथ ही जिला प्रशासन के अधिकारियों से भी नाराज हैं। वे भी उनकी मांगों को ऊपर तक नहीं पहुंचा रहे हैं। उन्होंने कहा कि हमने एनटीपीसी और नोएडा प्राधिकरण को काफी समय दे दिया है। लेकिन, अब तक हमारी मांगों को लेकर सिर्फ कागजी खानापूर्ति ही की जा रही है। इसलिए अब आंदोलन को और तेज किया जाएगा। इस आंदोलन में भारी संख्या में महिलाएं भी हिस्सा ले रहीं हैं।