नई दिल्ली। कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा सोमवार को संसद में फिलिस्तीन लिखा एक बैग लेकर पहुंचीं। उनके इस बैग को लेकर अब सियासत तेज हो गई है। एक और भाजपा नेताओं ने प्रियंका गांधी पर सवाल खड़े किए हैं, तो दूसरी और कांग्रेस समेत कई विपक्षी नेताओं ने उनका बचाव किया है।
भाजपा के राज्यसभा सांसद दिनेश शर्मा ने कहा, “गांधी परिवार के तीनों सदस्यों की मानसिकता विदेशी सोच, विदेशी मुखौटे को दर्शाती है।” केंद्रीय राज्य मंत्री बनवारी लाल वर्मा ने कहा, “प्रियंका गांधी फिलिस्तीन का बैग लेकर आई हैं, उन्हें भारत का बैग लेकर आना चाहिए। असंबंधित मुद्दों को लाकर वह सिर्फ नाटक कर रही हैं।” वहीं, कांग्रेस सांसद राजीव शुक्ला ने कहा, “फिलिस्तीन में बच्चों की हत्या हो रही है, अस्पतालों पर बमबारी हो रही है और वह मानवता के आधार पर इन सबका विरोध कर रही हैं।”केंद्रीय मंत्री रामदास आठवले ने प्रियंका पर निशाना साधा। उन्होंने कहा, “मेरा मानना है कि अल्पसंख्यकों को खुश करने का श्रेय किसी को नहीं दिया जाना चाहिए, क्योंकि अन्याय हो रहा है।
” भाजपा सांसद मनोज तिवारी ने कहा, “प्रियंका गांधी के बैग पर ‘फिलिस्तीन’ लिखा है। आप समझ सकते हैं कि उनका भारत से कोई संबंध नहीं है। अभी कुछ दिन पहले इस पर ‘इटली’ लिखा था और अब इस पर ‘फिलिस्तीन’ है। कौन जानता है कि इस पर कब ‘भारत’ लिखा होगा?” भाजपा सांसद अनुराग ठाकुर ने कहा, “एक दिन असदुद्दीन ओवैसी ने संसद में फिलिस्तीन का नारा लगाया था और आज प्रियंका गांधी फिलिस्तीन लिखा का बैग लेकर आई हैं। मेरा उनसे सवाल है कि जब बांग्लादेश में हिंदुओं पर अत्याचार हो रहे थे, तो आपने कुछ क्यों नहीं कहा?” भाजपा सांसद कमलजीत सहरावत ने भी कांग्रेस पर सवाल खड़े किए। उन्होंने कहा, “कांग्रेस पार्टी और उनके नेताओं राहुल गांधी और प्रियंका गांधी की डिक्शनरी में ‘लोकतंत्र’ और ‘व्यवस्था’ जैसे शब्द ही नहीं हैं।
हमारा देश अपनी विशालता और लोकतंत्र के इतिहास के लिए जाना जाता है, लेकिन उनकी मानसिकता गंभीर सवाल उठाती है।” कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा के ‘फिलिस्तीन’ लिखे बैग पर एआईएमआईएम के राष्ट्रीय प्रवक्ता वारिस पठान की भी प्रतिक्रिया सामने आई। उन्होंने कहा, “अटल बिहारी वाजपेयी, महात्मा गांधी, सभी ने फिलिस्तीन का समर्थन किया। हमने हमेशा फिलिस्तीन का समर्थन किया है।” भाजपा के राज्यसभा सांसद गुलाम अली खटाना ने कहा, “लोग खबरों के लिए ऐसी बातें करते हैं। जब उन्हें लोगों द्वारा नकार दिया जाता है, तो वे ऐसी हरकतें करते हैं।”