नई दिल्ली: पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी का स्मारक राजघाट में ‘राष्ट्रीय स्मृति स्थल’ के भीतर बनेगा, जो राष्ट्रपतियों, उप-राष्ट्रपतियों और प्रधानमंत्रियों के लिए नामित स्मारक परिसर है। प्रणब मुखर्जी की बेटी शर्मिष्ठा मुखर्जी ने सोशल मीडिया पर एक पत्र साझा करते हुए यह जानकारी दी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को धन्यवाद कहा।
प्रणब मुखर्जी 2012 से 2017 तक भारत के राष्ट्रपति थे और 2020 में उनका निधन हो गया था। शर्मिष्ठा मुखर्जी ने एक्स पर लिखा, “मैंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की और मेरे पिता के लिए स्मारक बनाने के सरकार के फैसले के लिए उन्हें धन्यवाद दिया।” उन्होंने यह भी कहा कि उनके परिवार ने सरकार से इसको लेकर कोई मांग नहीं की थी।
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शर्मिष्ठा ने आगे लिखा, “बाबा (प्रणब मुखर्जी) कहा करते थे कि राजकीय सम्मान मांगा नहीं जाना चाहिए, इसे खुद दिया जाना चाहिए। मैं बहुत आभारी हूं कि पीएम मोदी ने बाबा की स्मृतियों का सम्मान करने के लिए ऐसा फैसला लिया है।”
कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने शर्मिष्ठा से कहा था कि भारत के राष्ट्रपतियों के निधन पर पार्टी की सीडब्ल्यूसी द्वारा शोक सभा बुलाने की परंपरा नहीं रही है। शर्मिष्ठा ने इस तर्क को गलत बताया और कहा कि उनके पिता की डायरियों से पता चला है कि एक और पूर्व राष्ट्रपति के निधन पर सीडब्ल्यूसी की बैठक बुलाई गई थी और शोक संदेश का मसौदा खुद प्रणब मुखर्जी ने तैयार किया था।
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