नई दिल्ली। दिल्ली विधानसभा चुनाव की घोषणा के बाद आम आदमी पार्टी (आप) ने प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित की। इसमें सीएम आतिशी, मंत्री सौरभ भारद्वाज और राज्यसभा सदस्य संजय सिंह ने मीडिया से बातचीत की। इस दौरान सीएम आतिशी ने बीजेपी पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा, “आज दिल्ली विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान हो गया। बीजेपी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार ने मुझे तीन महीने में दूसरी बार मुख्यमंत्री आवास से बाहर निकाला।
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भाजपा सरकार ने मुझे एक पत्र भेजा और सीएम आवास का मेरा आवंटन रद्द कर दिया। बीजेपी को लगता है कि घर छीनने से, हमारे साथ गाली-गलौज करने से, हमारे परिवार के साथ निचले स्तर की बातें करने से वो दिल्ली वालों के लिए काम रोक देंगे। मैं दिल्ली वालों को बताना चाहती हूं कि घर छीनने से काम नहीं रुकेंगे। जरूरत पड़ी तो दिल्लीवालों के घर में जाकर रहूंगी और दोगुने जज्बे से काम करूंगी। वे हमारा घर ले सकते हैं, हमारा अपमान कर सकते हैं, लेकिन वे दिल्ली के लिए काम करने का हमारा जुनून नहीं छीन सकते।”
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सीएम आतिशी ने बीजेपी पर कड़ा हमला बोलते हुए कहा कि इस बार वह प्रण ले चुकी हैं कि दिल्ली की महिलाओं को 2100 रुपये प्रति माह देने के साथ-साथ संजीवनी योजना के तहत इलाज की सुविधा भी दिलवाकर रहेंगी। बीजेपी वाले समझ लें अपने सिर पर कफन बांधकर निकली हूं, आप हमें जितना परेशान करेंगे उतने ज्यादा जज्बे से काम करेंगे। घर छीनने से दिल्ली की जनता का काम नहीं रुकेगा। दिल्ली वालों से कहना चाहूंगी कि अगर जरूरत पड़े तो मैं आपके घर रहूंगी। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने सीएम आवास से निकाले जाने के सीएम आतिशी के आरोपों का खंडन किया है। भाजपा आईटी सेल प्रमुख अमित मालवीय ने दावा किया कि यह मुख्यमंत्री ही थीं, जिन्होंने अपने बॉस को ‘नाराज’ करने से बचने के लिए शीश महल पर कब्जा करने से इनकार कर दिया था।
उन्होंने एक्स पर लिखा, “दिल्ली की सीएम आतिशी झूठ बोल रही हैं। उन्हें 11 अक्टूबर 2024 को शीश महल आवंटित किया गया था। उन्होंने इस पर कब्जा नहीं किया है, क्योंकि वह अरविंद केजरीवाल को नाराज नहीं करना चाहती हैं। इसलिए आवंटन वापस ले लिया गया और उन्हें दो और बंगले की पेशकश की गई है। उन्हें एक आवास चुनना चाहिए और झूठ बोलना बंद करना चाहिए।” वहीं दिल्ली सरकार में मंत्री सौरभ भारद्वाज ने कहा कि दिल्ली के लोगों को उन लोगों को वोट देना चाहिए, जिन्होंने उनके लिए काम किया है। उन्हें उन लोगों को वोट नहीं देना चाहिए, जिन्होंने काम में बाधाएं पैदा की हैं।
उनको वोट करें, जिन्होंने अच्छी शिक्षा, अच्छी स्वास्थ्य सेवाएं, मोहल्ला क्लीनिक, विश्व स्तरीय स्कूल बनवाने का काम किया है। उन्होंने कहा कि अगर भारत का चुनाव आयोग भाजपा नेता रमेश बिधूड़ी के खिलाफ कार्रवाई करता है, तो मैं मानूंगा कि चुनाव आयोग निष्पक्ष है। यदि वह कोई कार्रवाई नहीं करता है, तो उसकी निष्पक्षता पर सवाल जरूर उठेंगे। पिछले कुछ वर्षों में दिल्ली में भारतीय जनता पार्टी की कार्य प्रणाली ने एक बात स्पष्ट कर दी है कि भाजपा को दिल्ली के लोगों की कोई परवाह नहीं है। भाजपा का एकमात्र एजेंडा है दिन के 24 घंटे, सप्ताह के सातों दिन और साल के 365 दिन आम आदमी पार्टी के नेताओं को कैसे निशाना बनाया जाए और उनके खिलाफ कार्रवाई कैसे की जाए।