Tuesday, November 5, 2024

स्पेशल डीजी के पद पर रहे प्रशांत कुमार यूपी के नए कार्यवाहक डीजीपी बने,300 से अधिक एनकाउंटर, 4 गैलेंट्री अवार्ड.. .

लखनऊ- उत्तर प्रदेश सरकार ने पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) कानून एवं व्यवस्था प्रशांत कुमार को राज्य का नया कार्यवाहक डीजीपी नियुक्त किया है।

श्री कुमार ने निवर्तमान पुलिस प्रमुख विजय कुमार से डीजीपी का कार्यभार ग्रहण कर लिया है। विजय कुमार बुधवार को सेवानिवृत्त हो गये। प्रमुख सचिव (गृह) संजय प्रसाद द्वारा जारी आदेश के अनुसार, प्रशांत कुमार नयी जिम्मेदारी के साथ आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) और पुलिस महानिदेशक कानून व्यवस्था का प्रभार भी संभालते रहेंगे। वर्ष 1990 बैच के भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) अधिकारी प्रशांत कुमार पूर्णकालिक डीजीपी की नियुक्ति तक बने रहेंगे।

नयी जिम्मेदारी मिलने के साथ श्री कुमार ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से उनके सरकारी आवास पर मुलाकात की। मुख्यमंत्री ने श्री कुमार को नये दायित्व की शुभकामनायें दी।

वर्ष 1990 बैंच के आईपीएस अधिकारी प्रशान्त कुमार मूलरूप से सीवान (बिहार) के रहने वाले है। उनकी शिक्षा-दीक्षा बिहार व दिल्ली विश्वविधालय में पूर्ण हुई। एप्लाईड जियोलॉजी विषय में एमएससी गोल्ड मेडलिस्ट होने के साथ ही साथ डिफेंस एण्ड स्ट्रेटजिक स्टडीज में एमफिल करने के उपरान्त डिजास्टर मैनेजमेन्ट में एमबीए की डिग्री भी प्राप्त की।

श्री कुमार ने अपने करियर की शुरुआत बरेली व वाराणसी जिलों से एएसपी के रूप में शुरू की जबकि भदोही, सोनभद्र, जौनपुर, फैजाबाद, बाराबंकी, सहारनपुर जनपदों में पुलिस अधीक्षक/वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक व सहारनपुर, फैजाबाद, मिर्जापुर, मेरठ जैसे मण्डलों में डीआईजी रेंज के पद पर कार्यरत रहे। पदोन्नत के उपरान्त आईजी के रूप में केन्द्रीय प्रतिनियुक्ति पर सीआईएसएफ व आईटीबीपी जैसे केन्द्रीय बलों में सेवा प्रदान किये।

वर्ष 2015 में एडीजी के पद पर पदोन्नत होने के उपरान्त एडीजी पीएसी, एडीजी सुरक्षा, एडीजी यातायात उप्र के पद पर सफलता पूर्वक कार्य करते हुये वर्ष 2017 में एडीजी मेरठ जोन के पद पर नियुक्त हुये। एडीजी मेरठ के पद पर रहते हुये कानून-व्यवस्था व अपराध नियन्त्रण के विभिन्न अवसरों पर सराहनीय योगदान दिये और यहीं से संगठित अपराध के विरूद्ध प्रभावी कार्यवाही की रणनीति तैयार कर पश्चिमी उ0प्र0 को अपराध मुक्त किये।

सीएए, एनआरसी व श्रीराम जन्मभूमि निर्णय के दौरान कानून-व्यवस्था व शान्ति व्यवस्था को सुनिश्चित किये। वर्ष 2020 में प्रदेश के एडीजी कानून व्यवस्था के पद पर नियुक्त होने के उपरान्त पूरे प्रदेश में सरकार की प्राथमिकताओं के अनुसार अपराध नियन्त्रण, कानून-व्यवस्था, शान्ति-व्यवस्था सुनिश्चित करने में उ0प्र0 पुलिस को कुशल नेतृत्व प्रदान करते हुये कई कीर्तिमान स्थापित किये हैं। भारत सरकार की तरफ से कैलाश मानसरोवर यात्रा में भारत व चीन राष्ट्र के मध्य मुख्य समन्वयक के रूप में कार्य करते हुये हजारों तीर्थ यात्रियों की यात्रा को सुगम बनाये।

श्री कुमार को वीरतापूर्ण कार्यो के लिये चार बार गैलेन्ट्री मेडल से सम्मानित किये जाने के साथ-साथ सराहनीय सेवाओं के लिये राष्ट्रपति का पुलिस पदक, दीर्घकालीन सेवाओं के लिये राष्ट्रपति का पुलिस पदक, उत्कृष्ट सेवाओं के लिये मा0 मुख्यमंत्री जी का उत्कृष्ट सेवा पुलिस पदक, मुख्यमंत्री कुम्भ मेला पदक, पराक्रम पदक, उत्कृष्ट सेवा पदक, डीजी सीआईएसएफ कमंडेशन डिस्क, डीजी आईटीबीपी कमंडेशन डिस्क सिल्वर, डीजी आईटीबीपी कमंडेशन डिस्क गोल्ड, डीजी यू0पी0 कमंडेशन डिस्क सिल्वर, डीजी यूपी कमंडेशन डिस्क गोल्ड, डीजी यूपी कमंडेशन डिस्क प्लेटिनम से सम्मानित किया गया है।

राज्य में अपराध व कानून-व्यवस्था के लिये आयी सभी चुनौतियों में कुशल पुलिस प्रबन्ध करते हुये प्रदेश की कानून-व्यवस्था को अक्षुण्य बनाये रखे और आज पुलिस महानिदेशक के पद पर कार्यभार ग्रहण करते हुये शासन की प्राथमिकताओं के प्रति अपनी प्रतिबद्धता प्रकट करते हुये प्रदेश में अपराध नियन्त्रण, कानून-व्यवस्था, महिला सुरक्षा, भीड़ प्रबन्धन व जन शिकायतों के निस्तारण, अपराधियों को सजा दिलाने की प्रचलित कार्यवाहियों को और गति देने को सर्वोच्च प्राथमिकता बताया।

उन्होने साफ किया कि लोकसभा चुनाव, कुम्भ मेला तथा पुलिस भर्ती के दौरान सम्यक पारदर्शिता व सुचिता तथा निष्पक्षतापूर्ण कार्यवाही के लिये पुलिस को तैयार करने की दिशा में प्रभावी कार्ययोजना बनायी जायेगी। प्रदेश के साम्प्रदायिक सौहार्द व सुरक्षा व्यवस्था के लिये अराजक/राष्ट्र विरोधी तत्वों, ड्रग माफिया को जड़ से उखाड़ने के लिये पुलिस की प्रभावी कार्यवाही सुनिश्चित की जायेगी। जनता की शिकायतों के निस्तारण व यूपी 112, मिशन शक्ति, बीट पुलिस प्रणाली जैसे जनहित के कार्यों को वास्तविक धरातल पर लागू किया जायेगा ताकि प्रदेश में अमन चैन का माहौल बना रहे तथा प्रदेश के आर्थिक व औघोगिक विकास को गति मिले।

इसके साथ ही पुलिस के सभी कर्मचारियों/अधिकारियों को संदेश देते हुये कहा कि निष्पक्ष व निडर रहकर कानून के दायरे में काम किया जाये। जो पुलिस बल के सदस्य भ्रष्टाचार, जनता के साथ अभद्र व्यवहार करते पाये जायेंगे उनके विरूद्ध जीरो टॉलरेन्स की नीति अपनायी जायेगी। जनहित व सदाचारिता में कार्य करने वाले कर्मचारियों का मनोबल बढ़ाने हेतु न केवल उन्हें पुरस्कृत किया जायेगा अपितु विभागीय सहयोग भी प्रदान किया जायेगा। सभी पुलिस बल के सदस्यों से अपेक्षा की गयी कि अपने टर्न आउट व व्यवहार को बनाये रखते हुये अपराध नियन्त्रण व शान्ति व्यवस्था बनाये रखने में अपना सर्वश्रेष्ठ योगदान दें।

 

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