मुजफ्फरनगर। सावन मास के कांवड़ मेले की इस समय चारों ओर धूम मची है हर तरफ शिवभक्त कावड़िए ही कावड़िए नजर आ रहे हैं ।जिसके चलते जहाँ उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश में स्थित कावड़ मार्ग के अधिकतर रास्तों को या तो बंद कर दिया गया है या फिर उनको डायवर्ट कर दिया गया है तो वही इस समय पहाड़ों से लेकर जमीन तक जबरदस्त बरसात हो रही है जिसका असर अब सब्जी और फलों के दामो पर भी देखने को मिल रहा है।
जबरदस्त बरसात और कांवड़ मेले की वजह से रास्तों के बंद होने के चलते जिस टमाटर का भाव 1 महीने पहले 5 से ₹10 किलो था जिसे कोई उठाने वाला भी नहीं मिलता था। वही टमाटर आज ₹150 किलो मार्केट में मिल रहा है ऐसे ही अगर हम बात करें तो भिंडी ,लौकी, मटर ओर अदरक की तो सभी के दाम इस समय आसमान छू रहे हैं।
मुजफ्फरनगर की मंडी की अधिकतर दुकानों पर या तो ताले लगे हैं या फिर जो दुकान खुली हुई है उन पर सब्जी और फलों के दाम आसमान को छू रहे हैं। जिसका कारण यहां के सब्जी और फल व्यापारी बता रहे हैं कि एक तो पिछले कई दिनों से सभी जगह जबरदस्त बरसात हो रही है और दूसरा कांवड़ मेले की वजह से रास्ते या तो बंद है या फिर उनको डायवर्ट कर दिया गया है। जिसके कारण बाहर से आने वाली सब्जी या फल मंडी तक नहीं पहुंच पा रहा है जिसके कारण जहां अधिकतर सभी सब्जियों और फलों के दाम बढ़े हुए हैं तो वही कांवड़ मेला खत्म होने तक या फिर बरसात के थमने तक इन दामो के कम होने के कोई आसार नहीं दिखाई दे रहे हैं।
आपको बता दें कि पहले टमाटर के भाव 10 से 12 रुपये किलो थे जो अब 100 से ₹120 किलो हैं भिंडी पहले 20 से ₹25 किलो थी जो अब ₹40 किलो है ऐसे ही लोकी पहले ₹20 किलो बिक रही थी जो अब 40 रुपए किलो बिक रही है ऐसे ही मटर पहले ₹50 किलो थी जिसके दाम अब ₹100 किलो हो गए हैं अदरक पहले 100 से ₹150 किलो बाजार में मिल जाती थी जो अब ₹200 किलो तक मिल रही है।
वहीं फल अनार पहले ₹110 किलो मिलता था जिसके रेट अब ₹120 किलो है ऐसे ही सेव 150 से ₹180 किलो मार्केट में बिक रहा है वही आम के रेट जो इस समय बहुत कम हुआ करते थे वह आम अब ₹50 किलो तक बिक रहा है।
सब्जी के दामों की जानकारी देते हुए जहाँ सब्जी व्यापारी मोहम्म्द मोबिन ने बताया कि सारा ही असर है वह सब्जी आनी बंद हो गई, सब्जी गांव से वह बाहर से भी आती है और टमाटर पहाड़ो से आते हैं तो वहां से आने बंद हो गए क्योंकि रास्ते बंद हो रहे हैं, हां टमाटर महंगा हो गया 100 व 120 रूपये किलो बिक रहा है और पहले 10 से 12 रूपये किलो का रेट था, भिंडी पहले 20 से 25 रूपये किलो थी अब 40 रूपये किलो है और लौकी 20 रूपये किलो थी और अब 40 रूपये किलो बिक रही है, कारण यह है कि बारिश की वजह से सब्जी खत्म हो जाती है क्योंकि सब्जी जमीन में पैदा होती है, पहाड़ों से तो अदरक, मटर और टमाटर आता है बाकी सब्जी गांव से आती है, मटर 100 रुपए किलो है और पहले मटर 50 रूपये किलो थी, अदरक 200 रूपये किलो है पहले अदरक 100-150 रूपये किलो था, यह सब बारिश की मेहरबानी है और कुछ नहीं।
तो वही फल व्यापारी जफ़र खान की माने तो फ़्रूट पर 30 से 40 रुपए का फर्क है एवं अब अनार का रेट है 120 से डेढ़ सौ रुपए किलो व पहले 100 व 110 रूपये किलो का रेट था, पुराने पोलूशन का सेवा रहा है उसका 150 से 180 रूपये किलो का रेट है वो पहले 120 से 130 रुपया किलो था, आम 50 रूपये किलो तक है, कावड़ भी चल रही है रास्ते बंद है और बारिश क़ी वजह से भी महंगाई है।