झांसी -विश्वकर्मा जयंती के अवसर पर रविवार को वीरांगना नगरी झांसी में आयोजित कार्यक्रम में हिस्सा लेने आयीं केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति जुबिन ईरानी ने प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना को देश के 18 परंपरागत व्यवसायों से जुडे कर्मकारों के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से दिया गया 13 हजार करोड़ का तोहफा बताया है।
यहां दीनदयाल सभागार में आयोजित कार्यक्रम में नयी दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा देश के 18 परंपरागत व्यवसायों से जुड़े कर्मकारों के हितार्थ शुरू की गयी पीएम विश्वकर्मा योजना का लाइव प्रसारण दिखाया गया। प्रधानमंत्री ने विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना के लाभार्थियों को प्रमाणपत्र दिए और पीएम विश्वकर्मा योजना के संबंध में जानकारी भी दी। सभागार में मौजूद केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी के साथ बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार मंत्री बेबीरानी मौर्य, सांसद अनुराग शर्मा सहित अन्य जन प्रतिनिधियों ने भी इस प्रसारण को देखा।
श्रीमती ईरानी ने पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए कहा “ यह सुखद संयोग है कि विश्वकर्मा जयंती पर हम देश के प्रधानसेवक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का जन्मदिन भी मना रहे हैं। जन्मदिन के दिन जब अक्सर व्यक्ति अपने लिए उपहार की कामना करता है उसी दिन देश के प्रधानसेवक ने उपहार की कामना देश के विश्वकर्मा समुदाय के लिए की है और इस वर्ग के आर्थिक उन्नयन के लिए 13 हजार करोड़ की योजना समर्पित की है।
इससे देश के 18 परंपरागत व्यवसायियों को इस योजना से लाभ होगा। इस योजना से इन व्यवसायियों के स्किल के साथ साथ उनके स्केल को बढ़ाने में लाभ मिलेगा।”
उन्होंने कहा “ प्रधानमंत्री मोदी ने आज विश्व स्तरीय कंवेंशन सेंटर को भी राष्ट्र को समर्पित किया। इस सेंटर के माध्यम से वैश्विक स्तर की कई आर्थिक एवं सामाजिक व्यवस्थाओं को बल मिलेगा। भारत के कौशल को प्रतिबिंबित करने का एक स्थल और सामर्थ्य मिलेगा। आज का दिन भारत के सम्मान और सामर्थ्य व समृद्धि को प्रतिबंबित करने का दिन है। मैं भाजपा के सभी कार्यकर्ताओं और देश के नागरिकों की ओर से प्रधानमंत्री मोदी का अभिनंदन करती हूं।”
संसद के नये भवन में ध्वजारोहण कार्यक्रम में कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष के शामिल न होने और उन्हें निमंत्रण ही नहीं भेजे जाने संबंधी सवाल के जवाब में केंद्रीय मंत्री ने कहा “ राष्ट्र की संसद ,राष्ट्र की शान है हमारी संवैधानिक आस्था का केंद्र बिंदु है। राष्ट्रीय ध्वज आजाद भारत में शान से लहराया जा सके इसके लिए कई लोगों विशेषकर हमारे जवानों ने बलिदान दिया है। इस ध्वज को संसद पर लहराने का मौका यदि किसी नागरिक को मिले तो उसे निस्संदेह गर्व की अनुभूति होगी लेकिन कांग्रेस पार्टी को ऐसी अनुभूति क्यों नही हो रही है इसका जवाब तो गांधी खानदान के ही पास है मेरे पास नहीं। ”
केंद्रीय मंत्री ने दो टूक लहजे में कहा “ मैं संसद में कांग्रेस के सदस्यों की उपस्थिति में उनके सवालों का जवाब दे चुकी हूं मैं उनके डिस्ट्रक्शन एजेंडे का हिस्सा नहीं हूं।”
आगामी लोकसभा चुनाव में विपक्षी दलों के गठबंधन को लेकर पूछे गये सवाल के जवाब में श्रीमती ईरानी ने कहा “ राहुल गांधी 2019 में भी अकेले नहीं लड़े थे। विपक्षी दलों के गठबंधन के वह उम्मीदवार थे, यह गठबंधन भाजपा का लोहा मान चुका है हार चुका है। भाजपा कांग्रेस ने निवर्तमान राष्ट्रीय अध्यक्ष को रहा चुकी है क्योंकि हम कर चुके हैं । जब 2019 में हार चुके हैं और 2022 के विधानसभा चुनाव में अमेठी की पांच विधानसभाओं में से चार पर कांग्रेस की जमानत जब्त हुई थी।”
इस दौरान सदर विधायक रवि शर्मा, बबीना विधायक राजीव सिंह पारीछा, गरौठा विधायक जवाहर सिंह राजपूत, मेयर बिहारी लाल आर्य और अन्य गण्मान्य तथा जिले के आला अधिकारी मौजूद रहे।
गौरतलब है के वित्तीय वर्ष 2023-24 के बजट सत्र के दौरान केंद्र सरकार की तरफ से प्रधानमंत्री विश्वकर्मा कौशल सम्मान योजना की घोषणा की गई थी। योजना से देश भर में 18 व्यवसायों से जुड़े लगभग 30 लाभ पारंपरिक कारीगरों को फायदा होगा।इसके लिए 13 हजार करोड़ का आउटले (फंड) बनाया जाएगा। योजना के अंतर्गत कारीगरों को 03 लाख रुपये का सस्ता लोन मिलेगा। योजना के पहले चरण में कामगारों को 05 प्रतिशत ब्याज दर से 01 लाख रुपए का लोन मिलेगा, वहीं अगले चरण में यह रकम 02 लाख रुपए कर दी जाएगी।
योजना के अंतर्गत कारीगरों और शिल्पकारों को ट्रेनिंग भी मिलेगी। योजना से राजमिस्त्री, नाई, मालाकार, धोबी, दर्जी, ताला बनाने वाले, अस्त्रकार, मूर्तिकार, पत्थर तराशने वाले, लोहार, सुनार, पत्थर तोड़ने वाले, मोची/जूता बनाने वाले कारीगर, गुड़िया और खिलौना निर्माता, नाव निर्माता, फिशिंग नेट निर्माता, टोकरी/चटाई/झाड़ू बनाने वाला, हथौड़ा और टूलकिट निर्माताओं को लाभ मिलेगा।