नई दिल्ली। दिल्ली के लाल किले में मंगलवार से आयोजित होने वाले पराक्रम दिवस का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी करेंगे। इस उत्सव में नेताजी सुभाष चंद्र बोस और आजाद हिंद फौज की समृद्ध विरासत पर कई कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। यह उत्सव 31 जनवरी तक चलेगा।
इस उत्सव का आयोजन संस्कृति मंत्रालय की ओर से भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण, राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय, साहित्य अकादमी और भारतीय राष्ट्रीय अभिलेखागार जैसे अपने सहयोगी संस्थानों की सहभागिता में किया जा रहा है।
लाल किले की नेताजी सुभाष चंद्र बोस और आजाद हिंद फौज की गाथा में महत्वपूर्ण भूमिका है। लाल किले के परिसर में एक संग्रहालय बोस और आईएनए की विरासत को संरक्षित व सम्मान देने के लिए समर्पित है, जिसका उद्घाटन प्रधानमंत्री मोदी ने साल 2019 में नेताजी के जन्मदिन के अवसर पर किया था। कर्नल प्रेम सहगल, कर्नल गुरबख्श सिंह ढिल्लों और कर्नल शाहनवाज खान के नाम इतिहास में लाल किला ट्रायल में प्रमुख व्यक्तियों के रूप में दर्ज हैं।
भारत की आजादी को लेकर उनकी प्रतिबद्धता के कारण लाल किला बैरक मामला सामने आया था। यह एक ऐतिहासिक मामला था, जिसने आजाद हिंद फौज के अटूट संकल्प को प्रदर्शित किया।